लखनऊ: अखिलेश यादव अब तक दो सौ से ज्यादा चुनावी सभाएं कर चुके है. हर दिन वे छह से सात रैलियां करते हैं. मुलायम सिंह के घर बैठ जाने से समाजवादी पार्टी का पूरा प्रचार अखिलेश के कंधे पर है. सांसद पत्नी डिम्पल यादव भी तीस रैलियां कर चुकी हैं.


अखिलेश ने हेलीकॉप्टर से पूरी की 196 रैलियां


अखिलेश यादव को इस बार सब कुछ अकेले ही करना पड़ रहा है. तैयारी तो उनकी रथ पर सवार होकर प्रचार की थी, लेकिन घर के झगड़े ने अखिलेश की प्लानिंग ही बदल दी. अब वे यूपी के तूफानी दौरे पर है.  अब तक वे दो सौ पांच चुनावी सभाएं कर चुके हैं. इनमें से 196 तो अखिलेश ने हेलीकॉप्टर से पूरी की. बाकी नौ रैलियां उन्होंने लखनऊ में की.


शाम छह बजे के बाद घर लौटते हैं अखिलेश


हर रोज अखिलेश छह से सात जन सभाएं करते हैं. सुबह दस बजे के बाद वे घर से प्रचार के लिए निकलते हैं. पहले एयरपोर्ट पहुंचते है और फिर शाम छह बजे के बाद घर लौटते हैं. कमोबेश हर दिन सुबह प्रचार पर निकलने से पहले और लौटने के बाद वे प्रिंट और टीवी न्यूज़ चैनल वालों से मिलते हैं.



अखिलेश को वाररूम से मिलती हैं सारी जानकारियां


सुबह तैयार होने से पहले अखबार पढ़ जाते हैं. तैयार होने के बाद वाररूम के लोगों से या तो मिलते है या फिर फोन पर बात कर लेते हैं. जहां प्रचार पर जाना होता है, वहां की जानकारी और उम्मीदवार के बारे में अखिलेश पता कर लेते हैं. उस दिन पीएम नरेंद्र मोदी या बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने क्या बोला, सारी जानकारियां अखिलेश को बीच-बीच में वाररूम से मिलती रहती हैं.


सोशल मीडिया पर खुद प्रचार की मोनिटरिंग करते हैं अखिलेश


अखिलेश के साथ-साथ हमेशा एक फोटोग्राफर भी प्रचार के दौरान होता है, जो रैली की फोटो लेने के साथ-साथ वीडियो भी बनाता है. फोटो-वीडियो सोशल मीडिया यानी फेसबुक से लेकर ट्विटर पर तक पर अपलोड की जाती हैं. अखिलेश खुद इसकी मोनिटरिंग करते हैं. आम तौर पर अखिलेश घर से नाश्ता कर प्रचार पर निकलते हैं.



रोल बना कर उड़ान के दौरान खाते हैं रोटियां


अखिलेश की कोई ख़ास पसंद नहीं है. जो भी मिल जाए. सैंडविच, पोहा, पराठा या भुजिया. फिर गुड़ की चाय. ये उनका फेवरिट है. अपने ख़ास मेहमानों को भी अखिलेश ये ख़ास चाय पिलाना नहीं भूलते. सुबह वह अपनी कोर टीम से बात कर वह फीडबैक लेना नहीं भूलते. लांच के लिए अखिलेश घर पर बना हुआ खाना ले जाते है. पूरी और आलू की सूखी सब्जी. जिसे वे रोल बना कर उड़ान के दौरान ही खा लिया करते है. बीच-बीच में कभी छांछ तो कभी गुड़ वाली चाय. पानी वे हमेशा गुनगुना ही लेते हैं. हेलीकॉप्टर में वे साथ ले गए न्यूजपेपर भी पढ़ते हैं.


व्हाट्सऐप के जरिए नेताओं से कनेक्ट रहते हैं अखिलेश


मोबाईल पर उनके करीबी नेताओं और वाररूम से व्हाट्सऐप मैसेज आते रहते हैं. उन्होंने अपने उम्मीदवारों को अपने प्रचार की फोटो और और वीडियो भेजने को कह रखा है. जिस से कोई उन्हें गलत जानकारी ना दे पाएं. शाम को प्रचार से लौटते ही वे फिर अगले दिन की तैयारियों में जुट जाते हैं. फिर घंटे भर बाद वे फ्रेश होते हैं. पत्नी डिम्पल और बच्चों के साथ वक्त गुजारना नहीं भूलते. न्यूज़ चैनलों को भी एक बार सर्फ़ कर लेते हैं. स्पोर्ट्स चैनल जरूर देखते हैं.