वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की दक्षिण सीट से लगातार सात बार विधायक रहे श्यामदेव राय चौधरी ने चुनावी राजनीति छोड़ने का एलान कर दिया है. इस बार बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया था.


दादा के नाम से मशहूर श्यामदेव राय चौधरी ने वाराणसी में वोट डालने के बाद एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा, ‘’मैं जनता से अपील करूंगा की कमल के निशान पर वोट देकर पीएम मोदी के हाथों के सशक्त करें और उनकी भारत को आगे बढ़ाने में मदद करें.’’


नीलकंठ को जीताने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘’यहां मुझे कोई नीलकंठ याद नहीं है. यहां मुझे सिर्फ कमल का निशाना और पीएम मोदी याद हैं.’’ बीजेपी से नाराज़गी के सवाल पर दादा ने कहा, ‘’कभी नाराजगी थी अब खत्म हो चुकी है. पहले मैं नाटक कर रहा था.’’


श्यामदेव राय चौधरी ने कहा, ‘’मैं जो कुछ भी हूं आज जनता के आशिर्वाद और प्यार की वजह से हूं.’’ एमएलसी के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘’एमएलसी बनने की कोई तैयारी नहीं है. पार्टी ने जो दिया वो ले लिया. अब सेवक के रूप में पार्टी के लिए काम करूंगा.’’


बता दें कि श्यामदेव राय चौधरी को लोग प्यार से 'दादा' के नाम से बुलाते हैं. इस बार दक्षिण वाराणसी सीट से बीजेपी ने इस बार उन्हें टिकट नहीं दिया और उनकी जगह पर नीलकंठ तिवारी को अपना उम्मीदवार बनाया है. टिकट नहीं मिलने से नाराज़ श्यामदेव राय चौधरी ने कहा था कि वह दक्षिणी वाराणसी सीट से नीलकंठ तिवारी के लिए नहीं बल्कि बीजेपी के लिए प्रचार-प्रसार करेंगे.