लखनऊ: यूपी में पहले दौर के चुनाव के लिए आज प्रचार खत्म हो रहा है. पहले दौर में पश्चिमी यूपी की 73 सीटों पर शनिवार को वोट डाले जाएंगे. चुनाव से पहले नेताओं ने एक दूसरे पर वार और पलटवार किए हैं. पश्चिमी यूपी का चुनाव इसलिए अहम है क्योंकि यहां छब्बीस फीसदी मुस्लिम वोटर हैं, यही वजह है कि चुनाव से पहले हिंदू-मुस्लिम का नारा खूब सुना गया.


यूपी चुनाव: पश्चिमी यूपी में किसके साथ जाएंगे मुस्लिम मतदाता ?


पश्चिमी यूपी में चुनाव से पहले हर पार्टी ने वोट के लिए पूरा दम लगाया. धर्म, जाति, विकास का हर कार्ड खेला गया अब इन वादों, नारों के शोर के बीच जनता के फैसले की घड़ी आ गई है.




  • शनिवार को पश्चिमी यूपी की 73 सीटों पर वोट डाले जाने हैं. बड़ी बात ये है कि इन 73 सीटों पर छब्बीस फीसदी मुस्लिम वोटर हैं.

  • मेरठ औऱ उसके आसपास के इलाकों में मुस्लिम आबादी 35 से 45 प्रतिशत तक है.

  • इसी समीकरण को ध्यान में रखते हुए पश्चिमी यूपी की कुल 140 विधानसभा सीटों पर बीएसपी ने 50 उम्मीदवार उतारे हैं.

  • एसपी-कांग्रेस गठबंधन भी 42 मुस्लिम उम्मीदवारों के साथ यहां के चुनावी मैदान में है.


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दिलचस्प बात ये है कि पश्चिमी यूपी की कुल 140 में से 26 सीटें ऐसी हैं, जहां एसपी और बीएसपी दोनों की तरफ से ही मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है. साफ है मुस्लिम वोट अहम है और इसको पाने के लिए एसपी-कांग्रेस गठबंधन और मायावती में होड़ मची हुई है.


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विरोधी मुस्लिम कार्ड खेल रहे हैं तो बीजेपी को हिंदू कार्ड पर भरोसा है.  कल राजनाथ सिंह ग्रेटर नोएडा में दादरी के उस गांव में गए थे जहां गोहत्या के आरोप में अखलाक की हत्या कर दी गई थी.