लखनऊ: यूपी में ग्यारह फरवरी को पहले चरण के चुनाव होने हैं, लेकिन अभी ये सवाल बना हुआ है कि सपा और कांग्रेस में गठबंधन होगा तो कब. सभी को गठबंधन के एलान का इंतजार है.
वाराणसी में राहुल-अखिलेश का पोस्टर
वाराणसी में लगे एक पोस्टर में राहुल गांधी को कृष्ण और अखिलेश यादव को अर्जुन के अवतार में ठीक उसी तरह रथ पर सवार दिखाया गया है, जैसे महाभारत के युद्ध में हुआ था. महाभारत में कृष्ण अर्जुन के सारथी थे और युद्ध में जीत अर्जुन की हुई थी. कल्पना की इस तस्वीर को आज से जोड़ने की कोशिश की गई है. अखिलेश भी कांग्रेस के सहारे यूपी में दोबारा सत्ता पाना चाहते हैं.
एबीपी न्यूज के पास एक्सक्लूसिव जानकारी है कि सीटों की संख्या के साथ साथ अमेठी रायबरेली को लेकर भी पेंच फंसा हुआ है.
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस चाहती है कि समाजवादी पार्टी रायबरेली और अमेठी की विधानसभा सीट उसे दे लेकिन समस्या ये है कि पिछले चुनाव में इन दोनों जिलों की दस में से सिर्फ दो पर कांग्रेस जीत पाई थी, बाकी आठ सीट पर समाजवादी पार्टी जीती थी. ऐसे में अखिलेश यादव को कांग्रेस की ये मांग मानने में काफी परेशानी हो रही है.
सीटों को लेकर क्या पेंच फंसा है
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस समाजवादी पार्टी से कम से कम 100 सीट चाहती है लेकिन अखिलेश यादव पिछले चुनाव के नतीजों को देख रहे हैं. 2012 के चुनाव में कांग्रेस को 28 सीट मिली थी, जबकि 31 जगहों पर पार्टी दो नंबर पर रही थी. इस लिहाज से समाजवादी पार्टी 59 सीटों पर उसकी दावेदारी को वाजिब मान रही है. लेकिन कांग्रेस को पिछले चुनाव में नंबर वन और नंबर टू वाला फॉर्मूला मंजूर नहीं हैं.
अब आपको गठंबधन को लेकर एक नए पेंच के बारे में बताते हैं. पहले चर्चा थी कि गठबंधन में अखिलेश और कांग्रेस के साथ अजीत सिंह की पार्टी आरएलडी भी शामिल होगी, लेकिन कल समाजवादी पार्टी ने इस पर विराम लगा दिए.
एसपी को लग रहा है आरएलडी से तालमेल से मुस्लिम वोट खिसकेगा-सूत्र
दरअसल मुजफ्फरनगर दंगे के समय से जाट समुदाय और मुस्लिम समुदाय के बीच तनातनी की खबर है. ऐसे में अखिलेश यादव जाटों की पार्टी माने जानेवाली आरएलडी से हाथ मिलाकर मस्लिम वोट को नाराज करने का खतरा नहीं उठाना चाहते हैं.
समाजवादी पार्टी आरएलडी से गठबंधन को लेकर ना कह रही है, लेकिन एबीपी न्यूज को सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि राहुल गांधी, अजीत सिंह के बेटे जयंत चौधरी से बातचीत कर रहे हैं.