लखनऊ: यूपी के चुनाव में एक तरफ समाजवादी पार्टी और मायावती ने करीब सौ-सौ मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है, वहीं बीजेपी की ओर से एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं है. अब बीजेपी के नेता और मोदी सरकार में मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी कह रहे हैं कि अगर मुस्लिम को टिकट दिया होता तो अच्छा होता.


मोदी सरकार में मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को इस बात का मलाल है कि बीजेपी ने यूपी के चुनाव में एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया, हालांकि नकवी कह रहे हैं कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. अगर कमी हुई है तो भरपाई भी सूद समेत की जाएगी.


आखिर बीजेपी ने किसी मुसलमान को टिकट क्यों नहीं दिया? जब ये सवाल यूपी बीजेपी के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य से पूछा गया तो उन्होंने साफ साफ कह दिया कि कोई मुस्लिम कार्यकर्ता चुनाव जीतने के लायक ही नहीं था इसलिए टिकट नहीं दिया.


किसी मुस्लिम को टिकट नहीं देने पर बीजेपी के विरोधी अब तक हमला बोलते रहे हैं, लेकिन पहली बार एक आवाज पार्टी के अंदर से भी उठी है. वैसे बीजेपी के विरोधी मुस्लिम वोट के सहारे ही अपनी नैया पार कराने की कोशिश में लगे हैं.


यही वजह है कि इस बार के चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन ने 100 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है, वहीं मायावती ने 97 मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में उतारा हैं. बीजेपी की ओर से कोई मुस्लिम उम्मीदवार नहीं है और विरोधियों में खुद को मुसलमान का सबसे बड़ा हितैषी बताने की होड़ मची हुई है.