योगी सरकार का फैसला, बोर्ड एग्जाम में टॉप टेन रैंक वाले छात्रों की कॉपी की जाएगी सार्वजनिक
सरकार का कहना है कि ये फैसला टॉपर की लिस्ट को लेकर पैदा होने वाले विवादों को खत्म करने और बोर्ड एग्जाम में पारदर्शिता लाने के लिए लिया गया है.
लखनऊ: यूपी की योगी सरकार ने बोर्ड एग्जाम में पारदर्शिता लाने के लिए एक और अनूठी पहल की है. सरकार ने 10वीं और 12वीं क्लास की मेरिट में टॉप टेन स्थान पर रहने वाले स्टूडेंट्स की कापियां सार्वजनिक करने का फैसला किया है. मेरिट में आने वाले स्टूडेंट्स की कॉपियां इंटरनेट के जरिये ऑनलाइन कर सार्वजनिक की जाएंगी. ये फैसला टॉपर की लिस्ट को लेकर पैदा होने वाले विवादों को खत्म करने और बोर्ड एग्जाम में पारदर्शिता लाने के लिए लिया गया है.
कॉपियां रिजल्ट घोषित करने के एक हफ्ते बाद बोर्ड की वेबसाइट पर आनलाइन कर दी जाएंगी. यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं के नतीजे 29 अप्रैल को जारी किए जाएंगे. रिजल्ट के साथ ही मेरिट लिस्ट भी जारी की जाएगी. यूपी सरकार ने यह फैसला पिछले साल बिहार बोर्ड में हुए टॉपर घोटाले से सबक लेते हुई लिया है. यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव के मुताबिक़ टॉपर्स की कापियां सार्वजनिक करने का काम पहली बार किया जाएगा.
बता दें कि योगीराज में होने वाले यूपी बोर्ड के पहले एग्जाम में इस बार 60 लाख से ज़्यादा स्टूडेंट्स शामिल हुए थे. हालांकि इनमे से 11 लाख 32 हजार स्टूडेंट्स ने बीच में ही एग्जाम छोड़ दिया था. बोर्ड के एग्जाम छह फरवरी से शुरू होकर 12 मार्च तक चले थे. पहली बार एग्जाम और कॉपियां जांचने का काम सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में किया गया था.
योगी सरकार और यूपी बोर्ड के अफसरों ने दावा किया है कि नकल पर सख्ती की वजह से इतनी बड़ी तादात में छात्रों ने परीक्षा छोड़ी है. इस बार के नतीजे 29 अप्रैल को दोपहर साढ़े 12 बजे बोर्ड के हेडक्वार्टर इलाहाबाद से जारी किए जाएंगे.