बदायूं: बदायूं जिले के सिविल लाइंस क्षेत्र में शुक्रवार को एक पटाखा फैक्ट्री में अचानक हुए जबर्दस्त विस्फोट में आठ लोगों की मौत हो गयी तथा तीन अन्य गम्भीर रूप से घायल हो गये. प्रमुख सचिव (सूचना) अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदायूं में पटाखा कारखाने में विस्फोट की घटना में व्यक्तियों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है और विस्फोट में मारे गये व्यक्तियों के निकट परिजनों को 2-2 लाख रूपये की मुआवजे की राशि देने की घोषणा की है. वहीं अवनीश अवस्थी ने कहा कि इस हादसे में गंभीर रूप से घायलों को सरकार 50-50 हजार रूपये देने के निर्देश दिये हैं. उन्होंने अधिकारियों को हादसे में घायल लोगों का समुचित उपचार सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं.


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने बताया कि सिविल लाइंस थानाक्षेत्र के रसूलपुर गांव में संजय नामक व्यक्ति की पटाखे बनाने की एक लाइसेंसशुदा फैक्ट्री है. उस फैक्ट्री में शाम करीब चार बजे अचानक भयानक विस्फोट के साथ आग लग गई. उन्होंने बताया कि धमाके की वजह से पटाखा फैक्ट्री के बगल में स्थित साइकिल मरम्मत की दुकान में बैठे लोग, आतिशबाजी की फैक्ट्री में काम करने वाले लोग और वहां से गुजर रहे राहगीर भी चपेट में आ गए.


अशोक कुमार ने आगे बताया, " हादसे में सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि एक व्यक्ति ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. हादसे में घायल तीन लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, उनकी हालत नाजुक बताई जाती है.''


बंदायू के एसडीएम पारसनाथ मौर्य ने बताया कि मरने वालों की पहचान गुड्डू शर्मा :23:, शेर सिंह :55:, रमेश:30:, संजू:34:, पन्नालाल:41:,यामीन :42: और सतीश :24: के रूप में हुई है। एक मृतक की पहचान नही हो सकी. एसएसपी कुमार ने बताया कि धमाका इतना जबर्दस्त था कि आसपास के करीब 30-30 मीटर में लगा खड़ंजा उड़ गया और उसकी ईंटें दूर बैठे लोगों को जाकर लगी. इन्हीं ईंटों की चपेट में आकर दो राहगीरों की मौत हो गयी.


धमाके से खंडहर में तब्दील हुई फैक्ट्री और आसपास की दुकानों के मलबे में अभी और भी लोगों के दबे होने की आशंका है. पुलिस प्रशासन, फायर ब्रिगेड की गाड़ियां एवं जेसीबी मशीन के सहारे राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है.


इधर लखनऊ में बंदायू की घटना के बाद मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को पटाखों के निर्माण, उनके परिवहन एवं बिक्री व्यवस्था के सम्बन्ध में निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि आगामी दीपावली पर्व के मद्देनजर पटाखों के सम्बन्ध में सतर्कता बरती जाए और दुर्घटना से बचने के लिए सुरक्षा के पर्याप्त प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं. पटाखों की बिक्री की व्यवस्था खुले स्थान पर भीड़-भाड़ से दूर की जाए, जिससे कि किसी दुर्घटना की स्थिति में आवश्यक कार्रवाई करने में असुविधा न हो.


मुख्यमंत्री ने पटाखों से होने वाली जन-धन की हानि के प्रति जागरूकता की जरूरत बताते हुए कहा कि बस्तियों के बीच में पटाखों का निर्माण, गोदाम या बिक्री की व्यवस्था न होने दी जाए। पटाखों की बिक्री सुरक्षित व खुले स्थानों पर किए जाने की व्यवस्था हो, जहां पर सुरक्षा के समुचित प्रबन्ध हों.