कासगंज हिंसा के पीछे साजिश का खुलासा, गिरफ्तार लोगों ने बताया- ‘माहौल गर्म रखने के लिए की गई आगजनी’
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि हिंसा में शामिल लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की तामील की जाएगी. हिंसा में अब तक 112 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
कासगंज: उत्तर प्रदेश के कासगंज में हिंसा और आगजनी के आरोप में गिरफ्तार लोगों ने साजिश का खुलासा किया है. सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में पता चला है कि साजिश के तहत मामला गर्म रखने के लिए आगजनी की छोटी छोटी घटनाएं लगातार जारी रखी गईं. साथ ही गिरफ्तार लोगों का दावा है कि चंदन की हत्या का बदला लेने का प्लान था.
मारे गए युवक चंदन की हत्या के मामले पुलिस ने अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. चंदन की हत्या में पुलिस ने 20 लोगों को मनामजद अभियुक्त भी बनाया है. इलाके में शांति अभी तक नहीं लौट पाई है. बीती रात तीन जगहों पर आगजनी की घटना सामने आई हैं.रात 8 बजे पीएलजीसी कालोनी में सिंचाई विभाग के एक क्वार्टर में आग लगा दी गई. इस घटना के बारे में पड़ोसी बता रहे हैं कि रविवार सुबह ही इस घर में रहने वाले व्यक्ति भय के कारण पुलिस सुरक्षा में यहां से चले गए थे.
वहीं दूसरी तरफ पुलिस दावा कर रही है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और हालात पर पुलिस पूरी तरह नजर बनाये हुए है. हालात सुधारने के उपायों पर चर्चा के लिये रविवार शांति समिति की बैठक हुई. हालांकि रविवार सुबह को शहर के नदरई गेट इलाके के बाकनेर पुल के पास एक गुमटी में आग लगा दी.
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शांति समिति की बैठक में शहर के गणमान्य लोग शामिल थे और बैठक में तय किया गया कि सभी दुकानदार अपनी-अपनी दुकानें खोलेंगे. शाम में दुकानें भी खोली गई.
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस पर कासगंज के बड्डूनगर में मोटरसाइकिल रैली निकाले जाने के दौरान दोनों पक्षों के बीच पथराव और गोलीबारी हुई थी, जिसमें एक युवक की मौत हो गयी थी तथा एक अन्य जख्मी हो गया था. उपद्रवियों ने तीन दुकानों, दो निजी बसों और एक कार को आग के हवाले कर दिया था.
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प्रशासन ने रविवार रात 10 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं ताकि सोशल मीडिया के जरिए फैलने वाली अफवाहों को रोका जा सके. जिले की सीमाएं सील कर दी गयी हैं ताकि शांति भंग करने का प्रयास करने वालों को शहर में प्रवेश से रोका जा सके.
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यूपी पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि हिंसा में शामिल लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की तामील की जाएगी. हिंसा में अब तक 112 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.