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यूपी: शामली में चीनी मिल में गैस रिसाव, सीएम योगी ने दिए जांच के आदेश
सुबह इस घटना के बाद ऐसी खबर आई थी कि स्कूल के 300 बच्चे बीमार पड़ गये थे. बाद में जानकारी मिली कि 50 से 60 बच्चों को ही नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, शेष बच्चे प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिये गये.
शामली: उत्तर प्रदेश के शामली में आज शामली डिस्टलरी और केमिकल प्लांट के पास स्थित स्कूल में कथित रूप से गैस रिसाव के बाद दर्जनो बच्चे बीमार पड़ गये. बच्चों की बीमार पड़ने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार हरकत में आ गयी और मुख्यमंत्री ने सहारनपुर के आयुक्त आयुक्त को इस मामले की जांच के आदेश दिये है.
शामली के सरस्वती मंदिर स्कूल के प्राचार्य के अनुसार इस केमिकल की महक इतनी ज्यादा थी कि स्कूल के बच्चों पर इसका प्रभाव पड़ने लगा. बच्चों के गले में जलन, छाती में जलन और घबराहट होने लगी. स्कूल के पास ही शामली डिस्टलरी और केमिकल प्लांट का बायो गैस संयंत्र है.
यहां आज जारी एक सरकारी बयान के अनुसार इनमें से 50 से 60 बच्चों को नजदीकी अस्पतालों में तुरंत भर्ती कराया गया, जिसमें से ज्यादातर को जल्द ही अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. अस्पताल में देर शाम तक 17 बच्चे भर्ती थे जो डाक्टरों की गहन निगरानी में थे, लेकिन यह सब खतरे से बाहर थे. सुबह इस घटना के बाद ऐसी खबर आई थी कि स्कूल के 300 बच्चे बीमार पड़ गये थे. बाद में जानकारी मिली कि 50 से 60 बच्चों को ही नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, शेष बच्चे प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिये गये.
सरकारी बयान के मुताबिक, सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय की ओर ग्राम लिलौन से आने वाले मार्ग से होकर जो बच्चे विद्यालय में आये उनको सर्वप्रथम आंखों में जलन तथा सांस लेने में कठिनाई की समस्या आयी थी इससे प्रथम दृष्टया यह प्रतीत होता है कि शुगर मिल, शामली की इकाई शामली डिस्टलरी एण्ड कैमिकल वक्र्स के गैस प्लांट से या तो कोई गैस रिलीज हुई है अथवा कोई कैमिकल उत्सर्जित हुआ है जिसके कारण बच्चों को सांस लेने में कठिनाई उत्पन्न हुई है.
शुगर मिल शामली प्रबन्धन के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्रवाई की जा रही है एवं जनपद के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों और वैज्ञानिकों को घटना की जांच करते हुए घटना का कारण स्पष्ट करने हेतु निर्देशित किया गया है. सरकारी बयान में कहा गया कि शामली डिस्टलरी और केमिकल प्लांट प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है. इसके अलावा जिला प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को घटना के कारणों की जांच के आदेश दिये है.
प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की जांच के आदेश आयुक्त सहारनपुर को दिये है और जिलाधिकारी शामली और स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वह प्रभावित बच्चों के इलाज में हर तरह की मदद करें. एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार के अनुसार ऐसा ही मामला पहले भी हो चुका है, इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि सभी बच्चे सुरक्षित है और उनका स्थानीय अस्पतालो में इलाज चल रहा है.
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प्रशांत कुमार मिश्र, राजनीतिक विश्लेषक
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