कानपुर: प्रदेश सरकार ने अटल सेंटर फॉर एक्सीलेंस के लिए 5 करोड़ का बजट दिया है. डीएवी कॉलेज के हॉस्टल में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी का स्मृति स्मारक बनाया जाएगा. उनसे जुड़ी यादों और दस्तावेजों को सहेजकर कर रखा जाएगा. इसके साथ ही डीएवी कॉलेज में अटल बिहारी वाजपेयी और उनके पिता की विशाल प्रतिमा भी लगाई जायेगी .


पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के निधन के बाद बीजेपी के एक प्रतिनिधि मंडल ने डीएवी कॉलेज और हॉस्टल का निरीक्षण किया था. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर डीएवी कॉलेज में अटल स्मारक बनवाने की मांग की थी.प्रदेश सरकार ने इसे तत्काल मंजूरी देते हुए 5 करोड़ रूपए का बजट दिया है.


दरअसल सन 1945 से 1947 तक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी डीएवी कॉलेज से राजनीती शास्त्र से एमए की डिग्री ली. डीएवी कॉलेज में बने हॉस्टल के रूम नंबर 104 में रहते थे. एमए की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने अपने पिता के साथ एलएलबी की भी पढ़ाई की और पिता पुत्र एक साथ हॉस्टल के रूम नंबर 104 में रहते थे.


वाजपेयी का कानपुर से बहुत पुराना रिश्ता है.उन्होंने कानपुर से ही राजनीती शास्त्र की पढ़ाई करते हुए राजनीती का हुनर भी सीखा. गंगा किनारे दोस्तों के साथ हंसी ठिठोली और सिलबट्टे पर दोस्तों के लिए भांग पीसना उन्हें बहुत पसंद था. अपनी कविताओं को प्रस्तुत करने से पहले वो एक ऐसा माहौल तैयार करते थे की उनकी कविता सुनने वाला हर शख्स उनका मुरीद हो जाता था.


बीजेपी जिलाध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी ने बताया कि हॉस्टल के रूम नंबर 103 ,104,105 को मिलाकर भव्य स्मारक स्थल तैयार किया जाएगा.इस कार्य के लिए सरकार ने 5 करोड़ रुपये का बजट पास किया है. इस कार्य के लिए बेहतरीन आर्टीटेक को लगाया जाएगा. इस स्मृति स्मारक में हम अटल जी की यादो को संजोकर रखने का काम करेंगे. उनसी जुड़ी यादों को वहां रखा जाएगा, इसके साथ ही उनके छात्र जीवन को चित्रों और पत्थर की प्रतिमाओं के जरिए सजीव चित्रण किया जाएगा. ताकि आने वाली पीढ़ी और छात्र उनके जीवन काल को समझ कर उनसे प्रेरणा ले सकें. बहुत ही जल्द इसका निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा.