लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने एक आदर्श नेता, सच्चा हितैषी खो दिया है. नाईक ने कहा कि अटल जी दलगत राजनीति से ऊपर उठकर एक सर्वमान्य और लोकप्रिय नेता थे, उनके अंदर सबको साथ लेकर चलने की अद्भुत क्षमता थी.

राम नाईक ने एक शोक संदेश के माध्यम से अटलजी को याद करते हुए कहा कि अटल जी उदारता की राजनीति के लिए जाने जाते थे. उनमें पराये को भी अपना बनाने की विशेष कला थी. पक्ष-विपक्ष के सभी लोग उनका सम्मान करते थे.

उन्होंने कहा, "उनकी चिरस्मृति देशवासियों को हमेशा प्रेरणा देती रहेगी. लखनऊ से तो उनका विशेष लगाव था, यहां से वे कई बार सांसद बने."

राज्यपाल ने कहा, "आज भी याद है कि जब 1994 में वे कैंसर रोग से पीड़ित थे तो अटल जी अनेक बार उनसे मिलने मुंबई स्थित आवास आये थे. मेरे स्वस्थ होने पर 25 सितंबर, 1994 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में अटल जी आए थे. अटल जी के शब्द थे 'आए हुए जनसमूह को देखकर ईर्ष्या होती है कि रामभाऊ कितने लोकप्रिय हैं."

राज्यपाल ने कहा कि अब ऐसा उत्साहवर्धन करने वाला मित्रवत नेता कभी नहीं मिलेगा. राज्यपाल ने कहा, "मैं उनकी स्मृति को प्रणाम करते हुए उनको सद्गति प्राप्त हो, ऐसी कामना करता हूं. ईश्वर हमें इस दारुण दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे."