लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य पर्यटन विभाग के कामकाज की समीक्षा की है और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभाग को निर्देश दिए हैं. बुधवार रात विभाग के प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या में दिवाली के अवसर पर दीपोत्सव पर्व अब सरयू नदी से आगे भी बढ़ाया जाएगा.
आदित्यनाथ ने शहर में सभी आश्रमों और मंदिरों को इस उत्सव में भाग लेने का निर्देश दिया है. इस उत्सव में एक साथ लाखों दीप जलाए जाते हैं जिससे मनोहारी दृश्य बनता है. उन्होंने कहा कि अयोध्या में सरयू रिवर फ्रंट को पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र बनाने के लिए विकसित किया जाएगा.
योगी ने 84 कोसी परिक्रमा मार्ग के बारे में बात करते हुए कहा कि प्रत्येक पांच किलोमीटर पर जन स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी और पैदल तथा वाहन वाले यात्रियों के लिए मार्गो को अलग-अलग किया जाएगा.
संतों के अनुसार, अयोध्या में तीन प्रकार- 84 कोसी, 14 कोसी और पंचकोसी की परिक्रमा हैं. इनमें 14 कोसी परिक्रमा शहर के बीच में स्थित है, वहीं अन्य दो परिक्रमाएं अयोध्या जिला के चारों तरफ अवध क्षेत्र में हैं. माना जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु नींद से जागते हैं और यह परिक्रमा करने वाले की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में लाइट एंड साउंड शो स्थापित करने का भी प्रस्ताव दिया है. उन्होंने अधिकारियों को अयोध्या के इतिहास और परंपराओं वाली पटकथा तैयार करने का निर्देश दिया है. विंध्याचल के संबंध में उन्होंने अधिकारियों को पर्यटकों के प्रमुख आकर्षण के तौर पर नई टाउनशिप विकसित करने की संभावनाएं तलाशने का निर्देश दिया है.
आदित्यनाथ ने कहा कि नैमिशारण्य, शुक्रताल और हस्तिनापुर जैसे अन्य पर्यटन स्थलों को भी विकसित होना चाहिए. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सरकारी-निजी कंपनी भागीदारी (पीपीपी) मोड और पर्यटन के विकास के लिए व्यावसायिक सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) से पर्यटन में विकास की संभावनाएं तलाशने का निर्देश दिया.