बाबा रामदेव और सीएम योगी आदित्यनाथ में हुई बातचीत में पतंजलि फ़ूड पार्क के लिए ज़मीन देने पर फैसला हुआ था. रामदेव के सहयोगी बालकृष्ण ने ने पिछले दिनों प्रोजेक्ट को कहीं और ले जाने की धमकी दी थी.
पतंजलि ने 450 एकड़ में से 91 एकड़ ज़मीन सबलीज पर देने की मांग की थी. बालकृष्ण के ट्वीट करने के बाद हंगामा मच गया. हरिद्वार से लेकर लखनऊ तक अफरातफरी मच गयी थी. यूपी सरकार की तरफ से कहा गया कि कैबिनेट की अगली बैठक में फैसला हो जाएगा लेकिन बीते मंगलवार को कैबिनेट की मीटिंग में ये प्रस्ताव ही नहीं आया.
अखिलेश सरकार में पतंजलि मेगा फ़ूड पार्क बनाने का फैसला हुआ था. इसके लिए नोएडा में 455 एकड़ ज़मीन दी गयी थी. बाबा रामदेव और अखिलेश यादव ने जॉइंट प्रेस कांफ्रेंस भी की थी. मेगा फ़ूड पार्क की लागत 1666 करोड़ बतायी गयी थी. इसके शुरू होने से 8000 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद थी.