झांसी: ग्रामीण इलाकों में सैंकडो तरह की समस्याएं होती हैं और इन्हीं परेशानियों को निपटाने के लिए सरकार तहसील दिवस का आयोजन करती है. इसका मकसद होता है एक छत के नीचे ग्राणीणों को सभी अधिकारी मिल जाएं और काम की रफ्तार तेज हो जाए.
देहात के लोगों को दफ्तरों के चक्कर ना काटने पड़ें. लेकिन अधिकारी शायद इन चीजों को गंभीरता से नहीं लेते. पहले तो एक अधिकारी तहसील दिवस में वीडियो गेम खेलती नजर आईं और उसके बाद जिलाधिकारी ने इसे छोटा मामला बता दिया.
योगी सरकार ने इसे और पारदर्शी बनाने के लिए तहसील दिवस का नाम बदलकर संपूर्ण समाधान दिवस रख दिया, मगर नतीजा ढाक के तीन पात निकला. मऊरानीपुर तहसील में तहसील दिवस के दौरान अधिशासी अधिकारी अपने मोबाइल पर वीडियो गेम खेलती नजर आईं.
एसडीएम वान्या सिंह की देखरेख में समाधान दिवस जारी थी. इसी दौरान वहां रानीपुर नगर पंचायत की आधिशासी अधिकारी सपना भारद्वाज अपने मोबाइल फोन में वीडियो गेम खेलती नजर आईं.
मीडिया ने इस मामले में एसडीएम या आधिशासी अधिकारी से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने बात करने से इंकार कर दिया. जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी से इस बारे में फोन पर बात की तो उन्होंने कहा,"यह इतना गंभीर मामला नहीं है कि इस मामले में कोई इंटरव्यू दिया जाए."