नई दिल्लीः यूपी सरकार लोकसभा चुनाव से पहले न सिर्फ केंद्र की मोदी बल्कि राज्य की योगी सरकार के कामकाज को जनता के बीच में पहुंचना चाहती है, इसके लिए न सिर्फ अपने मंत्रियों और विधायकों को जनता के बीच भेज रही है बल्कि सोशल मीडिया का भी सहारा ले रही है. अब जनता के बीच कामकाज का ब्यौरा देने के लिए एक किताब भी बंटवाने जा रही है. इसके जरिए सरकार के कामों को जनता तक और जनता को बीजेपी के बूथ पर ले जाने पर सारा जोर है.


104 पन्नों की इस किताब में यूपी के सीएम् योगी आदित्यनाथ के 16 महीने में 75 जिले के दौरे और इस दौरान शुरू की गयी योजनाओं, शिलान्यास, लोकार्पण और उद्घाटन का न सिर्फ ब्यौरा है बल्कि बाकी राज्यों से केंद्रीय योजनाओं को लेकर तुलनातमक विवरण भी है. भारतीय जानत पार्टी के नए मन्त्र साफ़ नीयत-सही विकास के साथ इस किताब में योगी सरकार के शपथ ग्रहण से लेकर इन्वेस्टर समिट और बाढ़ और राहत के कामों का लेखा जोखा भी है.


बीजेपी प्रवक्ता नवीन श्रीवास्तव का कहना है की योगी जी ने शपथ ग्रहण के बाद से अथक परिश्रम किया है. दोनों उपमुख्मंत्रियों ने भी उनकी मंशा को उसी गति से आगे बढ़ाया है. सभी मंत्रीगण और जन प्रतिनिधि रात दिन जनता के हित के कामों में जुटे हैं और अधिकारियों का भी रवैया जनहित का हुआ है. यूपी की सरकारी कार्यशैली में न सिर्फ बदलाव आया है बल्कि ज्यादा जवाबदेह हुयी है. पहले की सरकारों का क्या हाल था किसी से छुपा नहीं है न खाता न बही, जो परिवार वाले बोल दें वही सही. तुष्टिकरण, जातीयता, परिवारवाद ,सम्प्रदायवाद, भ्रष्टाचार के खिलाफ अगर योगी सरकार ने जो काम किया है, ये किताब तो बस एक बानगी है. बीजेपी के केंद्र और राज्य सरकार का कार्यकाल स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा.