मेरठ: देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक यूपी में एक बेहद ही चौंकाने वाला नजारा देखने को मिला. यूपी के मेरठ और दिल्ली-देहरादून हाईवे पर एक ऐसा होर्डिंग देखने को मिला है जिस पर लिखा है, ''कश्मीरियों उत्तर प्रदेश छोड़ो, वर्ना..''.  उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना की तरफ से जारी किया गया यह पोस्टर चर्चा का विषय बना हुआ है.


उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष अमित जानी ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ''हम लोग राज्य में जम्मू एंड कश्मीर बैंक शाखाओं के आगे कैंप लगाकर लोंगो से अपील करेंगे कि इस बैंक में अपना अकाउंट बंद कर दें ताकि कश्मीरियों की फंडिग बंद हो.''


अमित जानी ने आगे कहा, ''फंड का इस्तेमाल घाटी में भारतीय सेना पर पत्थर फेंकने के लिए किया जाता है. हमें इन्हें पैसे क्यों देने चाहिए.'' उन्होंने कहा कि कश्मीरियों के खिलाफ हमारा यह असहयोग आंदोलन विश्वविद्यालयों तक जाएगा और वहां के लोगों से अपील करेगा कि वे इन कश्मीरियों का सामाजिक बहिष्कार करें. हमारा आंदोलन तीन महीने तक चलेगा.


अपने इस आंदोलन की चर्चा करते हुए अमित ने कहा, ''कश्मीरियों से कलाम, सलाम बंद करो. वे जल्द ही यूपी को छोड़ देंगे.''


इस मामले के सामने आनेे के बाद पुलिस ने तुरंत इस तरह के होर्डिंग को हटाने का निर्दश दिया. मेरठ के सिटी पुलिस सुप्रिटेंडेंट आलोक प्रियदर्शी ने कहा, ''कोई भी कानून को अपने हाथ में नहीं लेगा. हम जिले के लोगों की सुरक्षा के लिए हर तरह का इंतजाम करेंगे.''


उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष अमित जानी तब सुर्खियों में आएं जब वे बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती की मुर्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में जेल गए. जानी ने साल 2010 में इस संगठन की स्थापना की थी, जब शिवसेना ने महाराष्ट्र में उत्तर भारत के लोगों पर हमला किया था.