लखनऊ: हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी के परिवार ने रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. सीएम से मिलने के लिए मां कुसुमा देवी, पत्नी किरन तिवारी और पुत्र उनके कार्यालय पहुंचा. मुलाकात के बाद कमलेश तिवारी की मां ने योगी को बड़ा बेटा बताया. हालांकि इसके बाद अपने पैतृक स्थान पहुंचते ही उन्होंने अपनी बात बदल दी और सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को नाकाफी बताया.


पहले कमलेश तिवारी की मां ने कहा कि "मुख्यमंत्री से मिले. हम अपने बड़े बेटे से मिले. उन्हें बहुत दिन से बड़े बेटे के रूप में हम देख रहे हैं. बहुत अच्छा लगा. हमने उनसे मांग की है कि हमें न्याय मिलना चाहिये. जो दोषी हैं, उनको कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने हमको भरोसा दिया है और भरोसा दिया तो बहुत कुछ दे दिया है. मैं इतना ही बोलना चाहती हूं. इससे अधिक कुछ नहीं कहूंगी."


इसके बाद वह अपने बयान से पलट गईं. उन्होंने कहा कि पुलिस के दबाव में उन्हें मुख्यमंत्री योगी से मिलना पड़ा. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की कार्रवाई से वह संतुष्ट नहीं हैं.


उन्होंने कहा, "हिंदू धर्म में किसी की मौत के बाद 13 दिनों तक कोई भी सदस्य घर से बाहर नहीं जाता है, लेकिन यहां पर पुलिस हमारे पीछे पड़ी हुई थी. हमारी इच्छा के मुताबिक उनका (मुख्यमंत्री) हाव-भाव भी नहीं था. मीडिया के सवाल पर कहा कि अगर हम संतुष्ट होते तो इतना क्रोध क्यों उबलता. उन्होंने कहा कि अगर हमें इंसाफ न मिला तो हम खुद तलवार उठाएंगे. जैसे-तैसे मैं खुद बदला लूंगी."


कुसुमा तिवारी ने शनिवार को किसी मंदिर विवाद मामले को लेकर एक भाजपा नेता पर उनके बेटे की हत्या करवाने का आरोप लगाया था.


कमलेश तिवारी हत्याकांड में आज तीसरे दिन भी पुलिस के हाथ खाली हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस को अहम सुराग तो मिलें हैं लेकिन तिवारी की हत्या में शामिल रहे दो लोगों की गिरफ्तारी नहीं हुई है. सीसीटीवी और मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस को पता चला है कि दोनों की लोकेशन दिल्ली में है. ऐसे में यूपी पुलिस की टीम दिल्ली, लखनऊ, सूरत समेत कई शहरों में तफ़्तीश कर रही है. डीजीपी ओपी सिंह ने 48 घंटों के अंदर गिरफ़्तारी की बात कही थी लेकिन वो समयसीमा भी ख़त्म हो गई है.


उत्तर प्रदेश पुलिस को मिली तीन आरोपियों की ट्रांजिट रिमांड
अहमदाबाद की एक अदालत ने कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में गुजरात एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए गए तीन लोगों की ट्रांजिट रिमांड रविवार को उत्तर प्रदेश पुलिस को दे दी. एक अधिकारी ने बताया कि अदालत ने रविवार शाम को आरोपियों मोहसिन शेख, फैजान और राशिद अहमद को 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड में उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया. आरोपियों को गुजरात एटीएस ने सूरत से गिरफ्तार किया था.


उन्होंने बताया कि सोमवार सुबह तीनों आरोपियों के साथ एक पुलिस टीम लखनऊ के लिए रवाना होगी. तीनों लोगों को गुजरात एटीएस ने एक दुकान से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किया था, जहां से उसने मिठाई खरीदी थी. तिवारी (45) की शुक्रवार को उनके लखनऊ स्थित निवास पर हत्या कर दी गई. उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि हत्या के सिलसिले में कुल पांच लोगों को पकड़ा गया है.


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