उन्नाव: उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की चाची का अंतिम संस्कार बुधवार को शुक्लागंज गंगाघाट में किया गया. पीड़िता के चाचा ने मुखाग्नि दी. इस दौरान जिला प्रशासन का पूरा अमला मौजूद रहा. इसके अलावा पीड़िता का पूरा परिवार गंगाघाट पर मौजूद रहा. चिता में आग लगते ही पुलिस ने चाचा को ले चलने का दबाव बनाया. इस पर पीड़िता के चाचा बिफर पड़े और पूरी चिता जलने के बाद ही जाने का आग्रह किया. मौके पर भारी बल के साथ पुलिस और प्रशासनिक अफसर भी मौजूद थे. पुलिस ने घाट पर आए अन्य लोगों को शवों की अंत्येष्टि से फिलहाल रोक रखा था.
पीड़िता के चाचा ने घर वालों को हिम्मत बंधाई और कहा, "इस लड़ाई में हम पूरी मजबूती के साथ खड़े हैं. न्याय की लड़ाई में पीछे नहीं हटेंगे. विधायक कुलदीप सिंह सेंगर समेत सभी आरोपियों को सजा दिलाकर ही दम लेंगे."
उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की चाची का शव बुधवार को पुलिस गांव लेकर पहुंची. इसके बाद शव को शुक्लागंज गंगाघाट ले जाया गया. हाई कोर्ट ने दुष्कर्म पीड़िता की चाची के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए उसके चाचा को 12 घंटे की पैरोल दी है. पुलिस रायबरेली जेल से चाचा को लेकर सीधे शुक्लागंज के गंगाघाट पहुंचे. पीड़िता के वकील भी गंगाघाट पहुंचे.
जिलाधिकारी देवेंद्र पांडे घाट पर मौजूद थे. पत्रकारों ने कई बार पीड़िता के चाचा से बात करने की कोशिश की लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी. डीएम ने कहा कि पीड़िता का चाचा न्यायिक अभिरक्षा में है. ऐसे में उसकी सुरक्षा जरूरी है इस वजह से वह किसी से बात नहीं कर सकता. वह सिर्फ अपने परिजनों और रिश्तेदारों से ही बात कर सकता है.
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