इलाहाबाद: यूपी में निजाम बदलने के बाद पुरानी सरकार में ऊंचे ओहदों पर नियुक्त हुए लोगों के इस्तीफे देने का सिलसिला लगातार जारी है. पिछले साल ही सूबे के विधि आयोग के चेयरमैन बनाए गए जस्टिस रवींद्र सिंह ने भी सोमवार को अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया.


अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाते थे जस्टिस रवींद्र सिंह


इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज रहे जस्टिस रवींद्र सिंह को यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव का बेहद करीबी माना जाता था. गवर्नर राम नाइक को भेजे गए अपने इस्तीफे में जस्टिस सिंह ने कहा है कि वह इस्तीफा अपनी मर्जी से और बिना किसी राजनीतिक दबाव के दे रहे हैं.


बहुत ही ऊर्जावान, योग्य, कर्मठ और त्यागी संत हैं प्रदेश के मुख्यमंत्री 


गवर्नर को भेजे गए इस्तीफे में जस्टिस सिंह ने आगे यह भी लिखा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री बहुत ही ऊर्जावान, योग्य, कर्मठ, संवेदनशील और त्यागी संत हैं. मैं उनका सम्मान करता हूं और कामना करता हूं कि उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश, भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बने और प्रदेश का बहुमुखी विकास हो.


साल 2004 में हाईकोर्ट के जज नियुक्त हुए थे जस्टिस रवींद्र सिंह


साल 1953 में मैनपुरी के गांव मेदेपुर में पैदा हुए जस्टिस सिंह साल 2004 में हाईकोर्ट के जज नियुक्त हुए थे. एक जुलाई 2015 को वह रिटायर हुए. रिटायरमेंट के बाद जस्टिस सिंह पिछले साल 16 मई को विधि आयोग के चेयरमैन पिछली सपा सरकार मे नियुक्त हुए थे.