पुराना बजट खर्च नहीं हुआ तो अनुपूरक बजट किस लिए लाई योगी सरकार- रामगोविंद चौधरी
उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने मंगलवार को विधानमंडल में वित्तीय वर्ष 2019-2020 का पहला अनुपूरक बजट पेश किया. यह बजट 13,594 करोड़ रुपये का प्रस्तावित है. इस बार का अनुपूरक बजट पिछले दो वित्त वर्षो से बड़ा है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने बुधवार को अनुपूरक बजट पर सवाल खड़ा करते हुए योगी के भाषण को उबाऊ बताया. उन्होंने कहा कि अनुपूरक बजट क्या होता है और यह क्यों लाया जाता है, नेता सदन को इस पर भी चर्चा करनी चाहिए थी. रामगोविंद चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बड़ा उबाऊ भाषण दिया है. इससे समय भी खराब हुआ है.
चौधरी ने कहा कि अनुपूरक बजट में किसी नई योजना को शामिल नहीं किया जाता है, बल्कि यह बजट उन योजनाओं और परियोजनाओं के लिए होता है, जो पहले से ही जारी हैं और उनको पूरा करने के लिए धन की आवश्यकता हो.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार फरवरी माह में बजट लेकर आई थी, उस मूल बजट का 5वां प्रतिशत भी अभी तक खर्च नहीं हो पाया है. ऐसे में अनुपूरक बजट लाने का क्या औचित्य है.
उन्होंने कहा कि इस दौरान कई ऐसे विभागों के नाम गिनाये जहां अभी तक मूल बजट का दस फीसदी पैसा भी खर्च नहीं हो सका है.
नेता प्रतिपक्ष ने अपने संबोधन के दौरान योगी सरकार पर यह आरोप भी लगाया कि तमाम विकास कार्य और योजनायें पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा किए गए और वर्तमान सरकार उसे अपना बता रही है. प्रयाग कुम्भ 2019 के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कुम्भ के नाम पर बहुत ही ढिंढोरा पीट रहे हैं जबकि यह कुम्भ नहीं बल्कि अर्धकुम्भ था और वास्तविक कुम्भ 2013 में अखिलेश सरकार के समय आयोजित किया गया था.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 2013 का कुम्भ इतना सुन्दर ढंग से आयोजित हुआ था कि उसे यूनेस्को ने भी दुनिया की बहुमूल्य धरोहर माना और अब भाजपा की केंद्र और प्रदेश की सरकारें उसे अपनी उपलब्धि बता रही हैं.
नेता प्रतिपक्ष के बाद बसपा दल के नेता लालजी वर्मा और कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल के नेताओं ने भी अनुपूरक बजट के औचित्य पर सवाल खड़ा किया.