लखनऊ: लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद शनिवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और विपक्षी दलों ने इसे 'लोकतंत्र का महापर्व' बताते हुए निर्वाचन आयोग द्वारा सात चरणों में मतदान कराए जाने का स्वागत किया और केंद्र में अपनी-अपनी सरकार बनने का दावा किया. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने ट्वीट किया, "चुनाव आयोग द्वारा लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा चुनाव-2019 के सात चरणों की घोषणा का स्वागत करते हैं. 23 मई, 2019 को हम एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पुन: सरकार बनाने जा रहे हैं."


वहीं, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र मदान ने मतदान की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा, "हमारी पार्टी पूरे देश में पूरे दम से चुनाव लड़ेगी और राहुल गांधी के नेतृत्व में सरकार बनाएगी."


बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अपने ट्वीट में कहा, "17वीं लोकसभा के लिए सात चरणों में मतदान की घोषणा का स्वागत. लोकसभा चुनाव लोकतंत्र का राष्ट्रीय पर्व है. चुनाव में करोड़ों गरीबों, मजदूरों, किसानों, महिलाओं, युवाओं की जबर्दस्त भागीदारी होती है. इसलिए इसका सम्मान करके मतदान को पूरी तरह से स्वतंत्र, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण कराना बहुत जरूरी."


उन्होंने कहा कि बीजेपी की निरंकुश व अहंकारी सरकार के कार्यकलापों से देश में हर तरफ व्यापक अशांति, असंतोष व आक्रोश ही फैला है.निश्चित ही देश की 130 करोड़ जनता इससे बहुत बेहतर की हकदार है. नई सरकार लोकतंत्र की प्रहरी, संविधान की रक्षक व सर्वसमाज की हितैषी होगी, तभी देश का सही भला होगा."


समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, "लोकतंत्र का पहला नियम है बदलाव! जो लोग इस बात को नहीं मानते हैं, उन्हें इतिहास भी याद नहीं रखता."


उन्होंने आगे कहा, "लोकतंत्र का जश्न मनाने के लिए हमें उम्मीद और एकता के लिए मतदान करना है. हम संकल्प लेते हैं कि हम गरीबों और किसानों के लिए काम करेंगे और साथ ही नौजवानों व महिलाओं को सशक्त बनाएंगे."