सम्भल: सरहद पर पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी में शहीद हुए उत्तर प्रदेश के सम्भल जिले के निवासी जवान सुधीश कुमार के परिजन अपने गांव की उपेक्षा से आहत होकर आमरण अनशन पर बैठ गये हैं. उनका कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके गांव नहीं आएंगे, तब तक उनका अनशन जारी रहेगा.


पिछले साल 16 अक्तूबर को जम्मू-कश्मीर के राजौरी के पास पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हुए सुधीश के भाई मनोज कुमार ने बताया कि उस वक्त उन्होंने राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को गांव बुलाने को लेकर धरना दिया था. उनके नहीं आने को बीजेपी ने मुद्दा बनाते हुए तमाम वादे किए थे.


मनोज ने बताया कि बीजेपी नेताओं ने शहीद के परिजन को पेट्रोल पम्प दिलाने, उनके गांव पंसुखा मिलक में सड़क बनवाने, शहीद सुधीश का स्मारक बनवाने, गाँव के प्राइमरी स्कूल का नाम शहीद के नाम पर करवाने और गाँव में एक इंटर कालेज बनवाने की बात की थी. लेकिन अफसोस आज तक उनकी सुध लेने कोई नहीं आया है.


शहीद के भाई अनिल कुमार ने बताया कि हमारा क्षेत्रीय नेताओं से विश्वास पूरी तरह से उठ गया है. अब जब तक प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ हमारे गाँव आकर हमारी समस्या को नही समझेंगे तब तक हमारा परिवार अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठा रहेगा.


इस समय शहीद के भाई की पत्नी कविता, मां संतोष कुमारी, पिता ब्रह्मपाल सिंह और भाई अनिल कुमार सहित काफी ग्रामीण परिजनों के समर्थन में योगी के गांव आने की मांग को लेकर अनशन पर बैठ गए हैं.


गौरतलब है कि राजपूत बटालियन में तैनात सुधीश के शहीद होने के बाद के गाँव में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बुलाने के लिए परिजन ने अनशन किया था लेकिन अखिलेश गाँव नही पहुंचे थे. अखिलेश ने शहीद के परिजन को मुलाकात के लिये लखनऊ बुलाया था लेकिन परिजनों ने लखनऊ जाने से इनकार कर दिया था.

बीजेपी नेताओं ने इसे मुद्दा बनाया था. पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष शिव प्रताप शुक्ला ने अनशन पर बैठे परिजन और गांव वालों का अनशन खत्म करवाया था. जिसके बाद बीजेपी के प्रदेश महामंत्री अशोक कटारिया, क्षेत्रीय सांसद सतपाल सिंह सैनी और अमरोहा से सांसद कंवर सिंह तंवर ने भी परिजन से मुलाकात की थी.