यूपी: मायावती बोलीं- सुप्रीम कोर्ट के रुख से जगी उन्नाव बलात्कार पीड़िता को इंसाफ मिलने की उम्मीद
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने पीड़ित परिवार की तरफ से उन्हें लिखी गई चिट्ठी की जानकारी मांगी है. उन्होंने पूछा है कि 12 जुलाई को भेजी गई चिट्ठी उनके पास बढ़ाने में देर क्यों हुई है. उन्होंने रजिस्ट्रार जनरल से पीड़ित परिवार की चिंताओं पर एक नोट भी पेश करने को कहा है.
लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती ने उन्नाव गैंगराप पीड़िता द्वारा चीफ जस्टिस को लिखे पत्र को उनके सामने नहीं रखे जाने पर सुप्रीम कोर्ट के रुख का स्वागत करते हुए बुधवार को कहा कि इससे उस युवती को इंसाफ मिलने की उम्मीद जगी है.
मायावती ने 'ट्वीट' किया 'उन्नाव बलात्कार पीड़िता और उसके परिवार की हत्या का प्रयास और मुकदमों की वापसी के लिये विधायक द्वारा धमकी का आरोप काफी गम्भीर मामला है, जिसका सुप्रीम कोर्ट द्वारा संज्ञान लिया जाना अति-स्वागत योग्य है.' उन्होंने कहा कि वह इसके लिये कोर्ट का शुक्रिया अदा करती हैं. इससे पीड़िता को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है.
मायावती ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि अभियुक्त भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को सत्ताधारी भाजपा का लगातार संरक्षण मिल रहा है, यह बात किसी से छिपी नहीं है. यही कारण है कि सीबीआई के पास यह मामला किसी न किसी बहाने लम्बे समय से लम्बित है. अब पीड़िता खुद नये हादसे का शिकार होकर मरणासन्न है.
सुप्रीम कोर्ट ने अपने रजिस्ट्रार जनरल से बुधवार को रिपोर्ट मांगी कि उन्नाव बलात्कार पीड़िता की ओर से चीफ जस्टिस रंजन गोगोई को लिखा पत्र उनके सामने क्यों नहीं रखा गया. इस पत्र में पीड़िता ने अपनी जान के खतरे की आशंका जताई थी.
रंजन गोगोई ने कहा, ‘‘दुर्भाग्यवश, पत्र अभी सामने नहीं आया है और इसके बावजूद समाचार पत्रों ने इसे ऐसे प्रकाशित किया है कि जैसे मैंने इसे पढ़ लिया हो.’’ बाल दुष्कर्म मामलों में न्यायमित्र के तौर पर कोर्ट की सहायता कर रहे वरिष्ठ वकील वी गिरि ने उन्नाव बलात्कार मामले को तत्काल सूचीबद्ध किए जाने की अपील की थी, जिसके बाद कार्ट ने यह टिप्पणी की.
कोर्ट ने इस पीड़िता के दुर्घटनाग्रस्त होने पर उत्तर प्रदेश के अधिकारियों से बृहस्पतिवार तक स्थिति रिपोर्ट पेश करने को भी कहा.
भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दो साल पहले अपने आवास में युवती से बलात्कार करने का आरोप है. मामले की पीड़िता रविवार को रायबरेली में हुये कार हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गई थी.
इस हादसे में उसके परिवार के दो सदस्यों की मौत हो गई और पीड़िता का वकील भी गंभीर रूप से घायल हो गया है. महिला के परिवार ने इस हादसे के पीछे ‘‘षड्यंत्र’’ होने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है.
गोरखपुर: सीएम योगी ने कहा- 1984 दंगा के दोषियों को सलाखों के पीछे भेजेंगे
उन्नाव मामला: अखिलेश बोले- पीड़ित परिवार का प्रशासन से उठ चुका है विश्वास