नई दिल्ली: बसपा सुप्रीमो मायावती ने देश के नाम प्रसारण के मुद्दे पर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाने पर लिया है. मायावती ने ट्वीट कर कहा, ''चुनाव आयोग द्वारा पीएम श्री मोदी के कल के भाषण की जांच के लिए कमेटी बनाना अच्छी बात है किन्तु मूल प्रश्न यह है कि आयोग की बिना पूर्व अनुमति के पीएम ने देश के नाम प्रसारण क्यों व कैसे किया जबकि देश में इमरजेन्सी जैसे कोई हालात नहीं थे. यह चुनावी लाभ के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग है.


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एक दूसरे ट्वीट में मायावती ने कहा, ''पिछले अनुभव साबित करते हैं कि बीजेपी के नेतागण नये-नये तरीकों से चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने के माहिर व बदनाम रहे हैं और कल फिर बिना पूर्व अनुमति के ही पीएम श्री मोदी ने देश को सम्बोधित किया जबकि कोई इमरजेन्सी नहीं थी. देश सांस रोके परेशान रहा. आयोग कृप्या सख्ती करे.


इससे पहले मायावती ने बुधवार को कहा था कि अंतरिक्ष में निचली कक्षा में एंटी सैटेलाइट मिसाइल से लाइव सैटेलाइट को मार गिराने के परीक्षण की आड़ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का राजनीति करना अति निन्दनीय है.


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मायावती ने ट्वीट कर कहा, 'भारतीय रक्षा वैज्ञानिकों द्वारा अंतरिक्ष में सैटेलाइट मार गिराये जाने का सफल परीक्षण करके देश का सर ऊंचा करने के लिए अनेकों बधाई. लेकिन इसकी आड़ में पीएम श्री मोदी द्वारा चुनावी लाभ के लिये राजनीति करना अति-निन्दनीय है. मा. चुनाव आयोग को इसका सख्त संज्ञान अवश्य लेना चाहिए.


बता दें कि प्रधानमंत्री के उद्बोधन का रेडियो, टेलीविजन और सोशल मीडिया पर सीधा प्रसारण किए जाने के कुछ ही मिनट बाद बसपा सुप्रीमो का ट्वीट आया था.


पीएम मोदी ने कहा, 'मिशन शक्ति के तहत स्वदेशी एंटी सैटेलाइट मिसाइल ‘ए-सैट’ से तीन मिनट में एक लाइव सैटेलाइट को मार गिराया गया.'


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प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अंतरिक्ष में निचली कक्षा में लाइव सैटेलाइट को मार गिराने की क्षमता वाला चौथा देश बन गया है. अब तक यह क्षमता केवल अमेरिका, रूस और चीन के ही पास थी.