इलाहाबाद: यूपी की योगी सरकार ने सूबे के पेट्रोल पम्पों पर चिप के जरिये की जा रही तेल चोरी पर अब सख्त रुख अपनाया है. सरकार ने मामले की गहराई से जांच कराने का फैसला लिया है तो साथ ही केंद्र सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय से यूपी के पेट्रोल पम्पों की ख़ास निगरानी कराने की सिफारिश भी की है.


काफी दिनों से चल रहा था तेल चोरी का यह खेल


यूपी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने इलाहाबाद में यह जानकारी देते हुए बताया कि अब तक की रिपोर्ट के मुताबिक़ तेल चोरी का यह खेल काफी दिनों से चल रहा था और इसमें बड़े लोगों के शामिल होने की भी आशंका है, इसलिए इस मामले में गहराई से जांच कराये जाने की जरूरत है.


सिद्धार्थनाथ सिंह के मुताबिक़ सरकार इस मामले में सभी संदिग्ध जगहों पर छापेमारी कर रही है. उन्होंने दावा किया कि इस मामले में दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी.


जग जाहिर हैं गायत्री प्रजापति के कारनामे


सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा रेप के आरोपी पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के परिवार वालों से मुलाक़ात न करने पर यूपी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि यह सीएम का विवेक और उनका अधिकार है कि वह किससे मुलाक़ात करें और किससे नहीं.


सिद्धार्थनाथ ने कहा कि गायत्री के परिवार का यह अधिकार था कि वह किसी के सामने अपनी फ़रियाद करे लेकिन यह सीएम के विवेक पर निर्भर करता है कि वह किससे मुलाक़ात करें. उन्होंने कहा कि गायत्री के कारनामे जग जाहिर हैं और उन्हें ज़्यादा से ज़्यादा सजा मिलनी ही चाहिए.


यूपी के लोगों ने राहुल और अखिलेश के साथ को कर दिया रिजेक्ट


कांग्रेस ने आज साफ़ कर दिया है कि नगर निकाय चुनाव वह अकेले लड़ेगी और इस चुनाव में समाजवादी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी. इस पर सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है कि यूपी के लोगों ने राहुल और अखिलेश के साथ को रिजेक्ट कर दिया है, इसलिए इस गठबंधन का अब कोई मतलब नहीं हैं.


उन्होंने कहा कि अगर दोनों साथ मिलकर भी चुनाव लड़ें तब भी कोई फायदा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि यूपी के लोग अब सिर्फ विकास के मुद्दे और सकारात्मक राजनीति को ही पसंद कर रहे हैं, इसलिए गैर भाजपाई पार्टियों को फिलहाल कोई कामयाबी नहीं मिलने वाली है.


सोशल मीडिया के जरिये भी जनता को सीएम से सीधे जोड़ने की तैयारी


यूपी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है कि यूपी की जनता सीएम से सीधे संवाद कर सके, इसके लिए कई इंतजाम किये जा रहे हैं. यूपी सरकार एक नया पोर्टल तैयार करा रही है. इसके अलावा फोन और सोशल मीडिया के जरिये भी जनता को सीएम से सीधे जोड़ने की तैयारी की जा रही है. एक हेल्पलाइन भी शुरू किये जाने की तैयारी है. उनके मुताबिक़ इस काम में तकरीबन एक महीने लग सकते हैं.