लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखी बीजेपी विधायकों की एक चिट्ठी की बड़ी चर्चा है. बदायूं के चार एमएलए ने यूपी के सीएम से इलाक़े में विकास का काम कराने की मांग की है. इन नेताओं का दावा है कि अगर ऐसा न हुआ तो लोकसभा चुनाव में पार्टी की हालत ख़राब हो जाएगी. वैसे तो ये चिट्ठी मार्च महीनों में लिखी गई थी, लेकिन पब्लिक को इसके बारे में अब जा कर पता चला है.


बदायूं जिले के 6 में से 5 विधायक बीजेपी के हैं. इनमें से तीन विधायक ने योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है. उनके पत्र में कहा गया है, “बदायूँ बहुत ही पिछड़ा हुआ ज़िला है. पूर्व सीएम अखिलेश यादव के भाई धर्मेन्द्र यादव 2009 से ही यहां के सांसद हैं. उनसे मुक़ाबले के लिए बदायूं में 10 बड़े काम करने होंगे. अखिलेश की सरकार में यहां सड़क से लेकर अस्पताल तक का काम हुआ था.''



योगी को लिखी चिट्ठी पर बदायूं सदर से विधायक महेश चंद्र गुप्ता, दातागंज के विधायक राजीव सिंह और बिलसी के विधायक आर के शर्मा के दस्तखत हैं. पार्टी के विधान परिषद के सदस्य जयपाल सिंह व्यस्त ने भी हस्ताक्षर किए हैं. इस चिट्ठी के लीक होने से बीजेपी के बड़े नेता परेशान हैं. एक नेता ने पहचान न बताने की शर्त पर कहा कि इससे तो हमारी नाक कट गई है. वहीं बदायूं से समाजवादी पार्टी के एमपी धर्मेन्द्र यादव ने कहा, “बीजेपी के विधायकों ने तो अपने मुख्यमंत्री से सच ही तो कहा है. बीजेपी तो चुनाव लड़ने से पहले ही मैदान छोड़ने की तैयारी में है.”


बीजेपी विधायकों ने अखिलेश राज में बदायूं में हुए काम काज का गुणगान किया है. उनकी मानें तो समाजवादी पार्टी से लोगों को अलग करने के लिए बहुत काम करने होंगे. योगी से इन नेताओं ने पैरा मेडिकल कॉलेज से लेकर इंजीनियरिंग कॉलेज तक शुरू करने की मांग की है. शहर के अंदर सड़क से लेकर ओवर ब्रिज बनवाने की मांग की है. सीएम ऑफ़िस ने भी विधायक को जवाब भेजा है.