नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनावों में बीजेपी शानदार जीत की दहलीज पर खड़ी है. मेयर पद की सभी 16 सीटों पर बीजेपी की 14 सीटों पर जीत पक्की मानी जा रही है. इन चुनावों के नतीजों के बाद गुजरात में बीजेपी को सीधी टक्कर दे रही कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस का कोई भी मेयर पद का उम्मीदवार जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया है. इस चुनाव में ना तो समाजवादी पार्टी ही और ना ही कांग्रेस खाता खोल पाई है. बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर बीजेपी को टक्कर दी थी.


एबीपी न्यूज़ पर चुनावी एक्सपर्ट्स बता रहें है कि कांग्रेस की इस हार का गुजरात चुनाव पर क्या असर पड़ेगा?


एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में राजनीतिक मामलों के जानकार और वरिष्ठ पत्रकार अरविंद मोहन ने बताया, ‘’साल 2014 के लोकसभा चुनाव और इस साल यूपी के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जिस तरह का प्रदर्शन किया था, उसी तरह का प्रदर्शन कांग्रेस ने नगर निकाय चुनाव में किया है. इस बार भी सपा और बीएसपी ने ही बीजेपी को टक्कर दी है. कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले अमेठी में भी कांग्रेस का प्रदर्शन शर्मनाक रहा है. यहां की गौरीगंज नगर निकाय परिषद सीट पर पार्टी चौथे नंबर पर रही है, ऐसे में कांग्रेस के लिए यह चिंता  की बात है.’’



गुजरात में बढ़ेंगी कांग्रेस की मुश्किलें


अरविंद मोहन ने आगे कहा, ‘’इस बार के नगर निकाय चुनाव में देखा गया है कि दलित और मुस्लिम वोट कांग्रेस के पक्ष में ना जाकर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के पक्ष में गिरे हैं.’’ उन्होंने कहा है कि गुजरात में कांग्रेस इस बार मजबूत दिख रही है, लेकिन इस हार की वजह से कांग्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को टक्कर देने में मुश्किल होगी.’’


राहुल की ताजपोशी पर नहीं पड़ेगा असर


वहीं, इस बारे में वरिष्ठ पत्रकार और एबीपी न्यूज़ के कार्यकारी संपादक राजकिशोर का कहना है, ‘’इस हार का कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की ताजपोशी पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि साल 2012 के यूपी विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस की बड़ी हार हुई थी बावजूद इसके राहुल गांधी को कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया गया था.’’ उन्होंने कहा, ‘’इन चुनावों में बीजेपी की बड़ी जीत से गुजरात में कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा और कांग्रेस को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा. क्योंकि इस बार कांग्रेस गुजरात में बेहतर करती दिख रही थी. अब कांग्रेस के लिए बीजेपी का सामना करना इतना आसान नहीं होगा.’’



अमेठी में कांग्रेस की हार बड़ी बात


वहीं देश के जाने माने चुनावी विशेषज्ञ यशवंत देशमुख का कहना है, ‘’ऐसे समय में जब राहुल गांधी की अध्यक्ष पद पर ताजपोशी होने वाली है और गुजरात में विधानसभा के चुनाव है, उसी समय में अमेठी की गौरीगंज नगर निकाय परिषद सीट पर कांग्रेस की हार होना बड़ी बात है. क्योंकि यह इलाका गांधी परिवार का गढ़ माना जाता रहा है. इस हार की उम्मीद खुद कांग्रेस ने भी नहीं की होगी.’’



कांग्रेस अध्यक्ष बनने से पहले अमेठी में राहुल की बड़ी हार


यशवंत देशमुख ने कहा, ‘’साल 2019 में अगर समाजवादी पार्टी ने अमेठी की सीट पर अपना उम्मीदवार उतार दिया तो कांग्रेस के लिए बड़ी मुश्किल हो जाएगी, क्योंकि सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव अमेठी और रायबरेली में अपना उम्मीदवार नहीं उतारते हैं.’’  उन्होंने कहा, ‘’अमेठी राहुल गांधी का संसदीय क्षेत्र है, ऐसे में उनके अध्यक्ष बनने से पहले इस हार का जवाब देना राहुल गांधी के लिए बहुत मुश्किल होगा.’’


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