लखनऊ: कमलेश तिवारी हत्याकांड में पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है. सूत्रों के मुताबिक, हत्या का कथित तौर पर मास्टरमाइंड रशीद पठान दुबई में काम करता था, उसका मालिक पाकिस्तान का था. इस मामले में गुजरात एटीएस ने पोरबंदर के एक शख्स को हिरासत में लिया है उससे पूछताछ की जा रही है. रशीद के मालिक और पोरबंदर से पकड़े गये शख्स के बीच कनेक्शन होने की आशंका जताई जा रही है.


उत्तर प्रदेश पुलिस ने सूरत जिले के तीन निवासियों समेत कुल पांच लोगों को पूछताछ के लिये हिरासत में लिया. पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार को हुई इस हत्या के सिलसिले में बिजनौर निवासी आरोपियों मुफ्ती नईम काजमी और मौलाना अनवारुल हक के साथ-साथ गुजरात में सूरत निवासियों फैजान यूनुस, मोहसिन शेख और राशिद अहमद को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.


कमलेश के परिवार से मिलेंगे योगी आदित्यनाथ


कमलेश तिवारी के शव को रखकर सीएम योगी को बुलाने की मांग कर रहे थे. जानकारी के मुताबिक योगी आदित्यनाथ महाराष्ट्र से लौटने के बाद कमलेश के परिवार से मिलेंगे.


हत्या में शामिल दोनों शूटरों की पहचान का दावा
कमलेश तिवारी की हत्या में शामिल अपराधी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. इस बीच सूत्रों ने बताया है कि हत्या में शामिल दोनों शूटरों की पहचान कर ली गई है. दावा है कि हत्यारों के नाम मोईनुददीन और अश्फ़ाक हैं. दोनों 16 को उद्योगकर्मी एक्सप्रेस से लखनऊ आये थे. मास्टरमाइंड राशिद उत्तर प्रदेश के पीलीभीत का रहने वाला है. अपराधियों की तलाश के लिए 60 से अधिक कैमरों की फुटेज खंगाली गई.


हत्या करने वाले दोनों युवक 25 फुटेज में आए नजर, 150 से अधिक लोगों से पूछताछ


कमलेश तिवारी की हत्या करने वाले दोनों युवक 25 फुटेज में दिखाई दिए. 22 घंटे के दौरान कुल 155 कॉल का ब्यौरा खंगाला गया है. इस मामले में पुलिस ने 150 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है. 12 अफसर समेत कुल 55 पुलिसकर्मी को मामले की तह तक पहुंचने के लिए लगाया गया है. फोरेंसिक लैब के 3 विशेषज्ञों से भी मदद ली गई है. एसपी क्राइम समेत 5 पुलिसकर्मी सूरत में पड़ताल करने पहुंचे हैं. एसआईटी गठित करने के साथ डीजीपी ने पूरे ऑपरेशन की कमान संभाली.


परिवार ने लगाया है ये आरोप


तिवारी की पत्नी ने मुफ्ती काजमी और अनवारुल हक पर हत्या का नामजद मामला दर्ज कराया है. लेकिन तिवासी की मां कुसुमा तिवारी का आरोप है कि बीजेपी के एक स्थानीय नेता ने गांव में मंदिर की जमीन के विवाद को लेकर उनके बेटे की हत्या करायी है.


इस बीच, पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस और गुजरात पुलिस हिरासत में लिये गये लोगों से पूछताछ कर रही है. हत्याकांड के आतंकवादी घटना होने का कोई साक्ष्य नहीं मिला है. मामले की जांच के लिये एसआईटी का गठन किया गया है.


कमलेश तिवारी हत्याकांड: दोनों शूटर की पहचान हुई लेकिन पुलिस गिरफ्त से अब भी बाहर


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