लखनऊ: शाहजहांपुर में लॉ कॉलेज की एक छात्रा के लापता हो जाने के मामले को लेकर आ रही मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए सुप्रीम कोर्ट के वकीलों के एक समूह ने चीफ जस्टिस से सुओ मोटो (स्वत: संज्ञान) लेते हुए मुकदमा दर्ज करने के लिए एक याचिका दायर की है. वकीलों को कहना है वो उन्नाव मामले जैसा कोई दूसरा मामला नहीं चाहते. उनका कहना है कि लापता लड़की के माता-पिता ने पहले पुलिस में एक गुमशुदगी दर्ज कराई थी, और इसके लिए कॉलेज के निदेशक और भाजपा नेता, स्वामी चिन्मयानंद को आरोपी ठहराया था.





दरअसल शाहजहांपुर में लॉ कॉलेज की एक छात्रा का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में छात्रा कॉलेज के डायरेक्टर और पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर शारीरिक शोषण, डराने-धमकाने जैसे गंभीर आरोप लगा रही है. छात्रा ने अपने परिवार पर जान को खतरा बताया है. 24 अगस्त को सोशल मीडिया पर शारीरिक शोषण से संबंधित वीडियो डालने के बाद से छात्रा गायब है.


इस मामले को लेकर विवाद बढ़ने के बाद चिन्मयानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक एस चन्नप्पा ने कहा, ''पूर्व केंन्द्रीय मंत्री चिन्मयानंद के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 364 (हत्या करने के लिए अपहरण करना) और 506 (धमकाने) के तहत शाहजहांपुर में मुकदमा दर्ज किया गया है.''


पुलिस ने डीजी उत्तर प्रदेश के आदेश के बाद बीजेपी नेता स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए थे. छात्रा के पिता ने इस संबंध में 25 अगस्त को शिकायत दर्ज कराई थी. तहरीर के बाद पुलिस ने केवल गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की थी.


वायरल वीडियो में क्या है दावा?
वीडियो में छात्रा का कहना है कि एक संत ने कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर की है और उसी संत ने उसकी भी जिंदगी बर्बाद की है. उसके पास संत के खिलाफ सारे सुबूत हैं. उसका कहना है कि संत बेहद ताकतवर है और डीएम एसपी को जेब में रखता है. वीडियो अपलोड करने के बाद से छात्रा अचानक कॉलेज से लापता हो गई. हॉस्टल में रह रही छात्रा के लापता होने से परिवार सदमे में है और डरा हुआ है. बेटी के अचानक लापता होने पर परिजनों ने कॉलेज के प्रबंधक और पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ थाने में तहरीर दी है.