यूपी: काशी में PM मोदी ने सुनाई कविता 'वो जो मुश्किलों का अंबार है, उसी से तो मेरे हौसलों की मीनार है'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बीजेपी के देशव्यापी सदस्यता अभियान की शुरूआत की है. यहां बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन तक ले जाना है. ये हमारा लक्ष्य है, लेकिन कुछ लोग हमारे इस लक्ष्य पर शक कर रहे हैं.
लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भाजपा के देशव्यापी सदस्यता अभियान की शुरुआत की. इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कविता की पंक्ति पढ़ी- 'वो जो सामने मुश्किलों का अंबार है, उसी से तो मेरे हौसलों की मीनार है.' प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ लोग भारतीयों की क्षमता पर शक करते हैं. बड़े लक्ष्य पर देशवासियों से बात करना चाहता हूं कि न्यू इंडिया तो अब दौड़ना चाहता है.
अपनी बातों को जारी रखते हुए उन्होंने कविता की कुछ पंक्तियां यूं पढ़ीं -वो जो सामने मुश्किलों का अंबार है/उसी से तो मेरे हौसलों की मीनार है/ चुनौतियों को देखकर, घबराना कैसा/ इन्हीं में तो छिपी संभावना अपार है/ विकास के यज्ञ में जन-जन के परिश्रम की आहुति/ यही तो मां भारती का अनुपम श्रंगार है/ गरीब-अमीर बनें नए हिंद की भुजाएं/ बदलते भारत की, यही तो पुकार है. देश पहले भी चला, और आगे भी बढ़ा/ अब न्यू इंडिया दौड़ने को तैयार है, दौड़ना ही तो न्यू इंडिया का सरोकार है."
उल्लेखनीय है कि नरेंद्र मोदी का एक कविता संग्रह 'साक्षी भाव' हिंदी में प्रकाशित हो चुका है, जिसमें उन्होंने जगतजननी मां से वार्तालाप के रूप में अपने मनोभावों को व्यक्त किया है. इसमें 16 कविताएं संकलित हैं.
नरेंद्र मोदी भाजपा के राष्ट्रीय सदस्यता अभियान का आगाज करने के बाद दीनदयाल हस्तकला संकुल से निकले. वाराणसी में हो रही हल्की बारिश के बीच उनका काफिला मान मंदिर पहुंचा. मोदी ने यहां पर बने वर्चुअल म्यूजियम का अवलोकन किया. वर्चुअल म्यूजियम में काशी का स्वरूप दिखता है। यहां पर लोग 3डी माध्यम से वाराणसी का आभास करते हैं. इस म्यूजिम का उद्घाटन मोदी ने ही 19 फरवरी, 2019 को किया था. 11 करोड़ रुपये की लागत से बने इस म्यूजियम में आठ भाग हैं. सांस्कृतिक रंगों से सराबोर इस संग्रहालय में वास्तविक के बजाय सबकुछ आभासी है. बिना छुए इसे महसूस किया जा सकता है.
दशाश्वमेध रोड पर मोदी का स्वागत शहनाई की मंगल ध्वनि के साथ हुआ. इस दौरान हल्की बारिश भी हो रही थी.
मोदी ने 3डी चश्मा पहन कर वर्चुअल म्यूजियम के कुछ हिस्सों को देखा. इस खास संग्रहालय में मोदी ने काशी के इतिहास से जुड़े तमाम तथ्यों की जानकारी ली. इसके अलावा उन्होंने यहां पर गंगा के उद्भव से जुड़ा एक वर्चुअल शो भी देखा.
म्यूजियम अवलोकन के बाद मोदी का पुलिस लाइन से हेलीकाप्टर से एयरपोर्ट जाने का कार्यक्रम था. मौसम खराब होने के कारण मोदी पुलिस लाइन से सड़क मार्ग से ही एयरपोर्ट पहुंचे.