नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी और पीएम मोदी को उत्तर प्रदेश में 2014 जैसा प्रदर्शन दोहराना पड़ेगा. ऐसे में पार्टी और प्रधानमंत्री मोदी राज्य के वोटरों को लुभाने का हर मुमकिन प्रयास कर लेना चाहते हैं.


2014 में यूपी में चला था 'मोदी लहर' का जादू


बता दें कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में यूपी में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया था. 80 लोकसभा सीटों वाले राज्य यूपी में बीजेपी ने अकेले 71 सीटों पर जीत दर्ज की थी, वहीं इसकी सहयोगी पार्टी अपना दल ने दो सीटों पर चुनाव जीता था. यानी एनडीए ने कुल 73 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं एसपी, बीएसपी और कांग्रेस तीनों पार्टियां अलग-अलग होकर चुनाव लड़ी थीं. 'मोदी लहर' में समाजवादी पार्टी मात्र पांच और कांग्रेस दो सीटों पर सिमट कर रह गई थी. मायावती की बीएसपी तो खाता भी नहीं खोल सकी.


एसपी-बीएसपी गठबंधन इस बार बदल सकता है माहौल


इस बार का माहौल कुछ और ही कह रहा है. एसपी-बीएसपी ने लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन कर लिया है. सीटों का बंटवारा भी हो चुका है. एसपी-बीएसपी ने एलान किया कि वह 37-38 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. दो सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ी गई हैं. इस गठबंधन को राष्ट्रीय राजनीति में बड़े घटनाक्रम के रूप में देखा जा रहा है.


कांग्रेस ने खेला है ‘प्लान P’ वाला बड़ा दांव


कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी को महासचिव नियुक्त किया है. प्रियंका को पूर्वी यूपी की कमान सौंपी है. अध्यक्ष के बाद ये पार्टी में सबसे ताकतवर पद माना जाता है. सूबे में हाशिए पर पहुंची कांग्रेस ने अपना सबसे बड़ा दांव खेल दिया है. ये दांव है ‘प्लान P’ यानी प्रियंका गांधी वाड्रा. प्रियंका के सहारे कांग्रेस उत्तर प्रदेश में एक तीर से कई निशाना साधने की कोशिश में हैं. गांधी परिवार की वारिस प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने बड़े भाई राहुल गांधी से करीब 15 साल बाद सक्रिय राजनीति में 47 साल की उम्र में कदम रखा है.


8 मार्च को यूपी में पीएम का तूफानी दौरा


इसी के मद्देनज़र 8 मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगे. उस दिन मोदी राज्य में कई परियोजनाओं की शुरुआत और कुछ परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. पीएम उस दिन अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के अलावा कानपुर, आगरा, ग़ाज़ियाबाद और नोएडा का दौरा करेंगे. आगरा और कानपुर में पीएम जहां मेट्रो परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे वहीं ग़ाज़ियाबाद में हिंडन एयरपोर्ट से यात्री यातायात की शुरुआत करने के साथ साथ नोएडा में मेट्रो प्रोजेक्ट के एक हिस्से की शुरुआत करेंगे. दिलचस्प बात ये है कि चार दिनों पहले ही, यानि 28 फरवरी को, कैबिनेट की बैठक में मोदी सरकार ने आगरा और कानपुर में मेट्रो बनाने को मंज़ूरी दी थी.


कांग्रेस ने उठाए सवाल


उत्तर प्रदेश के दौरे से पहले पीएम का मध्य प्रदेश और कुछ पूर्वोत्तर राज्यों में भी कार्यक्रम होने की संभावना है. लेकिन प्रधानमंत्री की इन यात्राओं और कार्यक्रमों पर कांग्रेस ने सवाल खड़े कर दिए हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने लोकसभा चुनाव की घोषणा में हो रही देरी को पीएम के इन्हीं कार्यक्रमों से जोड़ दिया है. पटेल ने ट्वीट कर पूछा - " क्या चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले पीएम की यात्राओं और उनके कार्यक्रमों के खत्म होने का इंतज़ार कर रहा है. "