प्रयागराज: अवैध वसूली के विवाद में भीड़ भरे बाज़ार में पिट गए यूपी पुलिस के दरोगा. मामला यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के शहर प्रयागराज का है, जहां ट्रैफिक पुलिस के एक दरोगा पर मुम्बई जा रहे मुसाफिरों की कार रोककर उनसे मारपीट का आरोप लगा है. सड़क पर मौजूद लोगों का हुजूम जब खिलाफ होने लगा तो दरोगा जी ने सड़क पर ही दौड़ लगा दी. भीड़ ने उन्हें फिर भी घेरकर पकड़ लिया और सरेआम उनकी पिटाई कर दी. पिटाई और धक्कामुक्की में दरोगा जी की वर्दी भी फट गई. इस विवाद के चलते सिविल लाइंस जैसे पाश इलाके में बीच सड़क करीब आधे घंटे तक तमाशेबाजी होती रही.


यह मामला प्रयागराज के सबसे पाश इलाके सिविल लाइंस के बस स्टेशन चौराहे का है. दोपहर करीब सवा दो बजे सुलतानपुर का एक परिवार मुम्बई की ट्रेन पकड़ने के लिए टवेरा कार से रेलवे स्टेशन जा रहा था. बस स्टेशन चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस की टीम ने कार को रोककर कागज की छानबीन की. आरोप है कि सभी कागज दिखाने पर भी ट्रैफिक पुलिस की टीम ने गाड़ी जबरन रोके रखा. महिलाओं ने हंगामा शुरू किया तो वहां सैकड़ों की भीड़ जुट गई.


भीड़ के तेवर देखकर बाकी पुलिस वाले तो चुपचाप निकल लिए, लेकिन मारपीट के आरोपी दरोगा उमाकांत त्रिपाठी घिर गए. खुद को बचाने के लिए उन्होंने सड़क पर ही दौड़ लगा दी. वह एक पुलिसवाले से लिफ्ट लेकर उसकी बाइक पर पीछे बैठ भी गए, लेकिन भीड़ ने उन्हें बाइक से खींच लिया. बाइक से खींचने के बाद दरोगा जी की बीच बाजार जमकर पिटाई भी की गई. पिटाई से उनकी वर्दी भी फट गई.


दरोगा जी एक बार पिटे तो उन्होंने दोबारा फिर से सड़क पर दौड़ लगाई. उन्होंने कार सवार परिवार पर ही भीड़ को बुलाने और उससे पिटवाने का आरोप लगाया है. बहरहाल मौके पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई है. इस हंगामे के चलते कार सवार परिवार की ट्रेन छूट गई. इस मामले में अभी तक पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया है.