गोरखपुर: गुरु पूर्णिमा पर गुरु को नमन कर उनके चरण छूकर आशीर्वाद लेने की परंपरा तो हमारे देश में बहुत पुरानी है. हिंदू धर्म में वैसे भी संतों के पैर छूना शुभ माना जाता है. मुख्यमंत्री बनने के पहले से लेकर अभी तक गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में महंत आदित्यनाथ का शिष्यों से लेकर मंदिर में आने वाले उनके शुभचिंतक पैर छूकर आशीर्वाद लेते हैं. लेकिन जब पुलिस का कोई अधिकारी उनके पैर छूकर उनके चरणों में नतमस्तक हो जाए, तो सवाल उठना भी लाजमी है.

गुरु पूर्णिमा पर गोरखनाथ मंदिर में अपने शिष्यों को आशीर्वाद देने पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के चरणों में एक खाकी वर्दी वाले अधिकारी ने भी शीश झुका दिया. वैसे तो शहर में डीएसपी रैंक के अधिकारी प्रवीण कुमार सिंह को लोग तेज तर्रार पुलिस अधिकारी के तौर पर जानते हैं. उनकी छवि के कारण उन्हें लोग सिंघम भी कहते हैं. अब उनकी ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.



गोरखनाथ सर्किल में बतौर पुलिस क्षेत्राधिकारी तैनात प्रवीण सिंह ने सीएम योगी को तिलक लगाया, तो योगी ने भी प्रवीण को तिलक लगाकर आशीर्वाद दिया. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी इस पर कोई प्रतिकिया देने से बच रहे हैं. गुरु पूर्णिमा के दिन जब योगी शिष्यों को आशीर्वाद दे रहे थे, तभी अचानक गोरखनाथ सीओ प्रवीण कुमार सिंह भी उनके सामने आशीर्वाद के लिए बैठ गये.



उन्होंने योगी को तिलक लगाया और गुरु माना. मूलरूप से जौनपुर जिले के मडि़आहूं के रहने वाले सीओ प्रवीण कुमार सिंह को एक साल पहले गोरखनाथ सर्किल का प्रभार मिला था. प्रवीण कुमार सिंह की शिक्षा-दीक्षा पश्चिम बंगाल में हुई है. उनके पिता सुरेश चंद्र वहां आज भी शिक्षक हैं. वह इसी महीने रिटायर हो जाएंगे. वह 2015 बैच के पीपीएस हैं.

फिलहाल प्रवीण द्वारा सीएम योगी को गुरु बनाने की बात चर्चा में है. हालांकि इस मामले में अभी तक गोरखनाथ सर्किल के सीओ प्रवीण कुमार सिंह का कोई बयान नहीं आया है. मामला चर्चा में आने के बाद उन्होंने फेसबुक से पोस्ट को भी डिलीट कर दिया है. लेकिन, वर्दी पहने एक पुलिस अधिकारी के मुख्यमंत्री के पैरों में नतमस्तक होने पर सवाल उठ रहे हैं.