अत्याधुनिक हथियारों से लैस होगी यूपी पुलिस, 63 हजार इंसास और 23 हजार SLR रायफल मिली
अपर मुख्य सचिव, गृह ने कहा कि शांति व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने, अपराधों पर और प्रभावी तरीके से अंकुश लगाने, महिलाओं एवं जन सामान्य को और सुरक्षित वातावरण देने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश पुलिस को अत्याधुनिक हथियारों से लैस किया जा रहा है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस अब अत्याधुनिक हथियारों से लैस होगी. पुलिस को कानून व्यवस्था के दृष्टिगत अत्याधुनिक 63 हजार इंसास और 23 हजार एसएलआर रायफल मुहैया कराई गई हैं. अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने ये जानकारी दी. न्होंने बताया कि वर्तमान में पुलिस कर्मियों के पास थ्री नॉट थ्री (.303 रायफल) है, लेकिन अब उन्हें इंसास और एसएलआर जैसे अत्याधुनिक हथियार उपलब्ध कराए गए हैं.
अवस्थी ने थ्री नाट थ्री (.303) के स्थान पर पुलिस विभाग के कर्मियों को मिली 63 हजार इंसास और 23 हजार एसएलआर रायफल को ड्यूटी के दौरान लेकर चलने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये.
उन्होंने आदेश जारी किया है कि अब किसी भी थाने में 303 रायफल का इस्तेमाल ना हो. अगर उनका उपयोग होता है तो संबंधित थानाध्यक्षों, प्रतिसार निरीक्षकों के खिलाफ समुचित कार्यवाही की जाएगी.
उन्होंने पुलिस विभाग में आगामी भर्ती प्रक्रिया को देखते हुए समुचित अत्याधुनिक हथियारों की व्यवस्था करने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिया.
उन्होंने बताया कि आगामी भर्ती को देखते हुए 8 हजार इंसास रायफल रिजर्व में रखी गयी है. साथ ही 8 हजार इंसास रायफल, 10 हजार 9एमएम पिस्तौल खरीदने के लिए एक और प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है.
बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश पुलिस ने राज्य में वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नई पहल की है जिसके तहत उनका रजिस्ट्रेशन किया जाएगा. प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ.पी. सिंह ने कहा था, "हमने वरिष्ठ नागरिकों का रजिस्ट्रेशन शुरू करने का फैसला लिया है. पुलिसकर्मी उनके घरों पर जाकर उनके नाम, पता और फोन नंबर आदि की जानकारी लेंगे, जिसे हमारे डेटाबेस में रखा जाएगा. अगर कोई वरिष्ठ नागरिक आपातकालीन नंबर 112 पर कॉल करेगा तो उसका पूरा डेटा पुलिस को तुरंत पता चल जाएगा और जिसके बाद उचित कार्रवाई तत्काल की जा सकती है."
कॉल करने वाले की शिकायत दर्ज की जाएगी और उस शिकायत पर हुई कार्रवाई के बारे में बताया जाएगा.
पुलिस थानों में अधिकारियों को वरिष्ठ नागरिकों के घरों पर नियमित तौर पर जाने और उनके हालचाल पूछने के निर्देश दिए जाएंगे. इससे बुजुर्गो में सुरक्षा की भावना पनपेगी.
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक असीम अरुण ने इस बीच कहा कि पिछले एक साल में 2.4 लाख वरिष्ठ नागरिकों ने पुलिस से मदद मांगी थी.
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