लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए नामांकन शुरु हो गया है लेकिन यूपी में सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी अब किसी भी सूरत में आरएलडी से गठबंधन को तैयार नहीं है.
अजीत सिंह के हैण्डपम्प को थामने को तैयार नहीं अखिलेश
यूपी चुनाव में कांग्रेस के साथ अखिलेश की समाजवादी पार्टी के चुनावी तालमेल का तो एलान हो चुका है. लेकिन चौधरी अजीत सिंह के हैण्डपम्प को अखिलेश थामने को तैयार नहीं है. अब अचानक ऐसा क्या गया कि अब समाजवादी नेताओं को आरएलडी से दोस्ती में कोई फायदा नहीं दिख रहा है.
अभी सिर्फ कांग्रेस से गठबंधन
सूत्रों के मुताबिक मंगलवार देर रात तक लखनऊ में टिकटों को लेकर रामगोपाल और अखिलेश यादव बैठक करते रहे. इसी में तय हुआ कि अभी सिर्फ कांग्रेस से गठबंधन किया जाए. वैसे भी आरएलडी के जयंत चौधरी तीस से कम सीट लेने को तैयार नहीं है. जबकि गठबंधन में उनके हिस्से अभी बस बीस टिकट ही मिल पा रहे है.
मुस्लिम वोटर हो सकते हैं नाराज
खबरों के मुताबिक समाजवादी पार्टी को लगता है अगर आरएलडी के साथ गए तो फिर मुस्लिम वोटर नाराज हो सकते हैं. मुज़फ्फरनगर दंगों के बाद जाट और मुस्लिम वोटर अब साथ-साथ नहीं रहे. ऐसे हालात में अगर समाजवादी पार्टी ने समझौता किया तो सौदा घाटे का हो सकता है. इसीलिए अब गठबंधन से चौधरी अजीत सिंह की पार्टी बाहर है.