लखनऊ: यूपी के चुनावी दंगल में आज बहुजन समाज पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा है. पार्टी अध्यक्ष मायावती ने रविवार को जारी विज्ञप्ति में कहा है कि आजम खान ने अपने जमीर को मारकर पहले मुलायम सिंह यादव की चाटुकारी की और अब बबुआ की कर रहे हैं.


बीएसपी अध्यक्ष ने कहा, "आजम खान अपने जमीर को मारकर मुलायम और बबुआ की चाटुकारिता करते हैं. आजम खान की मुस्लिमों को एसपी का गुलाम बनाने की कोशिश नाकाम हो गई है और बीएसपी के नेतृत्व में ही सांप्रदायिक शक्तियों को हराया जाएगा."


उन्होंने कहा, "अब मुस्लिम समाज के लोग खुद अपने अच्छे-बुरे को समझ कर फैसला ले रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में केवल बीएसपी व उसका मजबूत नेतृत्व ही बीजेपी एंड कंपनी, आरएसएस व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सांप्रदायिक व फासिस्ट एजेंडे को विफल कर सकती है. इसलिए उन्होंने इस खास मकसद को लेकर काफी बढ़-चढ़ कर विधानसभा चुनाव में भाग लिया है."


मायावती ने कहा, "परंतु एसपी नेता को अपने भविष्य से ज्यादा अपनी कौम की, सूबे की व मुल्क की फिक्र पहले करनी चाहिए. जहां तक बीएसपी का सवाल है तो इस पार्टी ने कभी किसी समाज का सिर झुकने नहीं दिया है. वह सर्वसमाज के हित व कल्याण के लिए पूरी ईमानदारी व निष्ठा के साथ हर स्तर पर काम करती रही है. यही कारण है कि मुस्लिम समाज के लोगों को बीएसपी के नेतृत्व पर ज्यादा भरोसा है. वे तथ्यों के आधार पर यह भी जानते हैं कि जब-जब बीएसपी सत्ता में रही है तब-तब बीजेपी काफी कमजोर हुई है. जबकि जब एसपी की यहां हुकुमत रही है तो बीजेपी मजबूत हुई है. ऐसा इसलिए कि एसपी व बीजेपी दोनों में अंदरूनी मिलीभगत रही है और दोनों एक-दूसरे की भीतरी मदद करते रहे हैं."


मायावती ने यह भी कहा कि बीजेपी को हराने और एसपी के चंगुल से निकलकर बीएसपी से जुड़ने के लिए मुस्लिम समाज का स्वागत है. मायावती ने प्रदेश के मुस्लिम समाज को बधाई देते हुए उनका स्वागत किया है.



'गुरु-चेले' अब यूपी की सत्ता की जुगत में: मायावती


बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने कहा कि गुरु (नरेंद्र मोदी) तथा चेले (अमित शाह) मिलकर केंद्र की सरकार बनाने के बाद अब उत्तर प्रदेश की सत्ता पर भी काबिज होने की जुगत में हैं.


बलिया के हैबतपुर में आयोजित जनसभा में रविवार को बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने मोदी और अमित शाह पर व्यंग्य कसते हुए कहा, "ये गुरु (नरेंद्र मोदी) तथा चेले (अमित शाह) मिलकर केंद्र की सरकार बनाने के बाद अब उत्तर प्रदेश की सत्ता पर भी काबिज होने की जुगत में हैं. इन्होंने लोकसभा चुनाव में कई लुभावने वादे किए थे. इसमें से एक वादा था कि चुनाव जीतने के बाद हर व्यक्ति को 15 लाख रुपये दिए जाएंगे. इसके अलावा यहां कर्ज में डूबे किसानों का कर्ज भी माफ किया जाएगा. लेकिन बीजेपी के ये दोनों मुख्य चुनावी वादे लोकसभा में जीत के बाद भी पूरे नहीं हुए."


नोटबंदी पर मायावती ने कहा, "बीजेपी एंड कंपनी के लोगों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ में नोटबंदी की थी. यह नोटबंदी बिना किसी तैयारी के की गई थी. पूरे प्रदेश में यह भी चर्चा है कि बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी से कुछ महीने पहले अपने पसंदीदा पूंजीपतियों और अपनी पार्टी नेताओं का कालाधन ठिकाने लगा दिया था." उन्होंने कहा कि अब यूपी की जनता ने गोद लिए बेटे नरेंद्र मोदी को वापस गुजरात भेजने का और अपनी बेटी मायावती को प्रदेश की कमान देने का पूरा मन बना लिया है.


बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने समाजवादी पार्टी (एसपी) अध्यक्ष और प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ध्वस्त कानून व्यवस्था पर घेरते हुए असुरक्षा और आतंक का माहौल देने वाला मुख्यमंत्री बताया.


मायावती ने कहा, "अखिलेश सरकार में आतंक का माहौल है. एसपी के मुख्यमंत्री पद का चेहरा अपराध नियंत्रण के मामले में दागी रहा है. एसपी ने कई योजनाओं का नाम बीएसपी की योजनाओं को बदलकर चलाई है. एसपी को इस चुनाव में नुकसान भी उठाना पड़ेगा."


उन्होंने कहा, "एसपी नेता मुलायम सिंह यादव ने पुत्र मोह के चलते शिवपाल को अपमानित किया है. ऐसे में शिवपाल खेमा अंदर ही अंदर अखिलेश खेमे को नुकसान पहुंचाएगा. इस तरह एसपी का बेस वोट भी दो खेमों में बंट जाएगा. ऐसे में यदि बलिया के मुस्लिम एसपी को वोट देते हैं तो यह वोट बंट जाएगा और फायदा बीजेपी को मिलेगा. इसलिए यह वोट बीएसपी को दिया जाना चाहिए. मुसलमान अपना वोट एसपी को देकर बर्बाद न करे."