समाजवादी दंगल पर बोलीं मायावती, 'जो अपने घर को ही ठीक नहीं रख सकता, वो यूपी के लिए क्या कर पाएगा ?'
लखनऊ: एसपी की अंतर्कलह से गदगद बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने आज पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और प्रत्याशियों से कहा कि वे सत्ताधारी पार्टी में चल रहे घमासान से मतदाताओं को अवगत करायें और कहें कि वे परोक्ष रूप से बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए अपना मत खराब ना करें.
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और प्रत्याशियों के साथ मायावती ने की बैठक
मायावती ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के मद्देनजर आवश्यक निर्देश जारी करने के लिए आज पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और प्रत्याशियों के साथ बैठक की. जनसभाओं और रैलियों में एसपी के मतभेदों पर खुलकर बोलने वाली मायावती ने बीएसपी के वरिष्ठ नेताओं से कहा कि वे मतदाताओं को इस अंतर्कलह के बारे में बतायें और कहें कि यह राज्य के विकास के लिहाज से अच्छा नहीं है.
बैठक में शामिल बीएसपी के एक नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर मायावती के हवाले से बताया, ‘‘यदि सत्ताधारी दल अपने घर को ही ठीक नहीं रख सकता, तो वह राज्य के कल्याण के लिए क्या कर पाएगा.’’ मायावती मुसलमान मतदाताओं को भी आगाह करती आयी हैं कि वे एसपी को वोट देकर अपना वोट बर्बाद ना करें क्योंकि मुसलमान वोटों में विभाजन से अंतत: बीजेपी को मदद मिलेगी.
PM मोदी ने बिना किसी तैयारी के लागू कर दी नोटबंदी
बीजेपी को एसपी की ‘दोस्त’ पार्टी बताते हुए मायावती ने आज पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि बीजेपी ने लोकसभा के चुनावी वायदे पूरे नहीं किये. उनसे ध्यान बंटाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिना किसी तैयारी के नोटबंदी लागू कर दी. अब वह नाटकबाजी कर रहे हैं और चुनावों पर प्रतिकूल असर ना पड़ने पाये, इस दृष्टि से बयान जारी कर रहे हैं.
राज्य की कुल आबादी का लगभग 20 फीसदी मुसलमान हैं. ऐसे में मायावती ने टिकट बंटवारे में मुसलमानों को 403 विधानसभा सीटों में से 97 सीटें दी हैं. बीएसपी की सौ उम्मीदवारों की पहली सूची में 36 मुसलमान प्रत्याशी थे. दूसरी सूची में 22 और तीसरी सूची में 24 मुस्लिम प्रत्याशी थे.
...ताकि बहुमत के साथ सत्ता में वापस आ सके BSP
बीएसपी सुप्रीमो ने 403 सदस्यीय विधानसभा के लिए अब तक 300 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है और उन्होंने कहा कि वह महत्वपूर्ण मुददों पर पार्टी नेताओं को जानकारी देंगी और उन्हें निर्देश भी देंगी ताकि पार्टी बहुमत के साथ सत्ता में वापस आ सके.
बैठक से पहले मायावती ने संवाददाताओं से कहा कि चुनाव आचार संहिता को लेकर पार्टी नेताओं को आवश्यक निर्देश देने के लिए बैठक बुलायी गयी है. साथ ही उनसे कहा जाएगा कि वे अनुशासित ढंग से कार्य करें जो लोकतांत्रिक नियमों के अनुरूप और गरीब एवं वंचित वर्ग के लोगों के हित में है. उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं को सत्ताधारी एसपी की अंतर्कलह से भी अवगत कराया जाएगा. साथ ही उन्हें प्रदेश के जंगलराज और कानून व्यवस्था की बुरी स्थिति के बारे में बताया जाएगा.
उत्तर प्रदेश में खुद ऑक्सीजन पर है कांग्रेस
मायावती ने कहा कि पारिवारिक झगड़े और एसपी के संकट के कारण बीएसपी साफ देख रही है कि एसपी सत्ता में फिर आने वाली नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘इसीलिए वह :एसपी: कांग्रेस से गठजोड़ का पक्ष ले रही है जबकि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में खुद ऑक्सीजन पर है. कांग्रेस से इस तरह के गठजोड़ की बात कर एसपी ने हार स्वीकार ली है.’’ मायावती ने पार्टी नेताओं से कहा कि वे सभी विधानसभा क्षेत्रों में छोटी छोटी बैठकें करें और चुनाव जीतने की प्रभावी रणनीति बनायें.
बीएसपी सुप्रीमो को आशंका है कि आम बजट में मोदी कुछ लोक लुभावन चीजें दे सकते हैं ताकि मतदाताओं को लुभाया जा सके. मायावती ने पार्टी नेताओं से इस बारे में सतर्क रहने को कहा. मायावती ने 403 विधानसभा सीटों के लिए प्रत्याशी तय कर लिये हैं. जाति के आधार पर छंटनी किये गये प्रत्याशियों के बारे में मायावती ने कहा कि दलितों को 87, मुसलमानों को 97 और अन्य पिछड़े वर्ग को 106 सीटें दी गयी हैं. उन्होंने बताया कि उंची जातियों के लिए 113 टिकट दिये गये हैं, जिनमें से 66 ब्राहमण, 36 क्षत्रिय और अन्य 11 हैं.
मायावती ने कहा है कि उन्होंने प्रत्याशियों के नाम काफी पहले तय कर लिये थे और अब नामों में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया जाएगा.