कालाधन तो नहीं, लेकिन 2000 का चूरन छाप नोट जरूर ले आई BJP: डिंपल यादव
जौनपुर: समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने रविवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार कालाधन तो वापस नहीं ला पाई, लेकिन दो हजार का चूरन छाप नोट जरूर ले आई है. डिंपल ने जौनपुर के शाहगंज में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए नोटबंदी पर मोदी सरकार पर तंज कसा और कहा, "सरकार कालाधन तो वापस नहीं ला पाई, लेकिन दो हजार का चूरन छाप नोट जरूर ले आई है. चूरन छाप दो हजार के नोट पर भी हाथी-कमल साथ-साथ हैं."
कन्नौज की सांसद और मुख्यमंत्री अखिलेश की पत्नी डिंपल ने प्रधानमंत्री मोदी के बिजली वाले बयान पर पलटवार करते हुए उन पर बिजली को हिंदू-मुसलमान बनाने का आरोप लगाया. उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश के बयान को दोहराते हुए वाराणसी की बिजली का मुद्दा भी उठाया. डिंपल ने कहा, "काशी में बिजली को लेकर काशी के सांसद ने अभी तक मां गंगा की कसम नहीं खाई है."
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी के रमजान-दिवाली पर बिजली वाले बयान के बाद अखिलेश लगातार अपनी जनसभाओं में मोदी से गंगा की कसम खाने का सवाल कर रहे हैं. अखिलेश का कहना है कि मोदी जी कसम खाकर बताएं कि काशी में 24 घंटे बिजली आती है या नहीं.
डिंपल ने कांग्रेस और एसपी के गठबंधन पर विपक्ष के सवालों का भी जवाब दिया. डिंपल ने कहा, "जो गठबंधन पर सवाल उठा रहे हैं, वे रक्षाबंधन की बात न भूलें. बुआ जी एक बार फिर राखी लेकर खड़ी हैं. कांग्रेस से गठबंधन क्या हो गया, इन्हें दर्द होने लगा."
झूठ बोलकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं प्रधानमंत्री: अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश के महराजगंज में रविवार को जनसभा में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंगा मैया की कसम खाकर बताएं कि समाजवादी पार्टी सरकार ने उनके वाराणसी क्षेत्र में 24 घंटे बिजली दी है या नहीं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री झूठ बोल कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं.
बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, "हमारी बुआ जी कल यहां लंबी सी चिठ्ठी लिखवाकर लाई थीं. अब तो न जाने वो कहां-कहां की बातें कर रही हैं. इसीलिए उनकी सभाओं में अधिकतर लोग सोने लग जाते हैं. आप लोग हमारी बुआ जी से सावधान रहना, वह कभी भी रक्षाबंधन (बीजेपी से समझौता) मना सकती हैं."
अखिलेश ने कहा, "समाजवादी पार्टी ने बिना किसी भेदभाव के विकास किया है. आप लोग प्रधानमंत्री के बहकावे में बिल्कुल न आएं. बीजेपी और बीएसपी पूरी कोशिश कर रही हैं कि एसपी किसी भी कीमत पर सत्ता में न आने पाए. लेकिन, जनता को उन्हें सबक सिखाना है." उन्होंने कहा, "हमने घोषणापत्र में जो भी कहा है, सत्ता में आकर सारे वादे पूरे करेंगे. यूपी की जनता ने समाजवादी पार्टी पर भरोसा किया है और आगे भी करेगी."
प्रधानमंत्री के रमजान और दिवाली पर बिजली दिए जाने को लेकर दिए गए बयान पर सवाल उठाते हुए अखिलेश ने मोदी से पूछा, "आप गंगा मैया की कसम खाकर बताएं कि हमने आपके संसदीय क्षेत्र काशी में 24 घंटे बिजली दी है या नहीं दी है? हमने रमजान से ज्यादा दिवाली पर बिजली दी है. हमने धर्म के नाम पर कभी भेदभाव नहीं किया है. लेकिन, प्रधानमंत्री लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं, जिसमें वह कामयाब नहीं हो पाएंगे."
मुख्यमंत्री ने कहा, "बीजेपी वाले एम्स की बात करते हैं, लेकिन यदि हमारी सरकार ने एम्स के लिए जमीन नहीं दी होती तो गोरखपुर में एम्स का सपना कभी पूरा नहीं होता. अब तक केंद्र सरकार एम्स का निर्माण आरंभ नहीं कर सकी है. जो लोग कहते थे कि प्रदेश में पांच-पांच मुख्यमंत्री हैं, वह एक मुख्यमंत्री का चेहरा चुनाव में नहीं दे सके हैं."
मायावती पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "आज कल वह बहुत लंबी-लंबी चिठ्ठी लिखवाकर लाती हैं और जब वो अपनी जनसभाओं में उसको पढ़ती हैं तो आधे से अधिक लोग तो सो जाते हैं. हमारी बुआ समाजवादी सरकार पर सवाल उठाती हैं, जबकि हमने उनकी पत्थर की सरकार के काम देखे हैं. जो हाथी खड़े किए गए थे वो अब तक खड़े हैं, बैठ नहीं पाए और जो हाथी बैठाए गए थे वह खड़े नहीं हो पाए."
अखिलेश यादव ने कहा, "पिछले पांच सालों के दौरान हमने राजनीति के ऊंच-नीच सभी रास्ते नाप लिए हैं, इसलिए आप बीजेपी और बीएसपी के चक्कर में मत पड़ना और समाजवादियों की सरकार एक बार फिर से बनवा देना. हम इस बार पहले से भी अधिक काम कर के दिखाएंगे."