लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार का सुप्रीम कोर्ट में पक्ष रख रहे गौरव भाटिया ने समाजवादी पार्टी के अधिवक्ता सभा के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफ एसपी प्रमुख मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव को भेज दिया है. गौरव ने यह जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए पोस्ट करके दी है. उनके इस्तीफे के पीछे की वजह हालांकि अभी स्पष्ट रूप से साफ नहीं हो पाई है. लेकिन सूत्रों की मानें तो समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता की सूची में नाम नहीं शामिल करने की वजह से गौरव नाराज चल रहे थे.


भाटिया ने दिया एसपी के सभी पदों से इस्तीफा


उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता गौरव भाटिया ने आज पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया. भाटिया ने ‘ट्वीट’ करके यह जानकारी दी और कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव और पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव के पास भेज दिया है.


उन्होंने ट्वीट में कहा ‘‘मैंने एसपी की अधिवक्ता शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत तमाम पदों से इस्तीफा देने का फैसला किया है. मैंने अपना त्यागपत्र नेताजी (मुलायम) और अखिलेश यादव जी को भेज दिया है.’’ हालांकि भाटिया ने इस्तीफे की कोई वजह नहीं बताई लेकिन माना जा रहा है कि वह पार्टी नेतृत्व की नीतियों से नाराज थे.


गौरव भाटिया ने दे दिया था एडिशनल एडवोकेट जनरल के पद से इस्तीफा


गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में यूपी सरकार का पक्ष रख रहे गौरव भाटिया ने एडिशनल एडवोकेट जनरल के पद से इस्तीफा दे दिया था. चर्चा है कि गौरव लगातार टीवी चैनलों पर एसपी का पक्ष रख रहे थे. इसके बाद भी उन्हें तवज्जो नहीं मिल रही थी. बताया जा रहा है कि पार्टी में अपनी अनदेखी से नाराजगी के चलते गौरव ने पार्टी से इस्तीफा दिया है.


वहीं गौरव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, "ऐसा करने का फैसला मैंने अपने सिद्धांतों के आधार पर लिया है." उन्होंने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को चुनाव के लिए शुभकामना दी और लिखा है कि मैंने डेढ़ दशक से ज्यादा वक्त तक पार्टी की सेवा की है. लेकिन अब पार्टी लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद के सिद्धांतों से समझौता कर रही है, ऐसे में मेरा पार्टी से जुड़ा रहना संभव नहीं, क्योंकि मैंने हमेशा इन्हीं सिद्धांतों पर भरोसा किया है.