वाराणसी: केंद्रीय स्वास्थ्य औऱ परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा और अनुप्रिया पटेल ने रविवार को एसपी सरकार पर स्वास्थ्य सेवाओं के साथ राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि केंद्र की ओर से हर साल हजारों करोड़ रुपये यूपी सरकार को स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए दिए गए लेकिन राजनीतिक कारणों से अखिलेश सरकार ने उसका उपयोग नहीं किया. यही कारण रहा कि आठ सौ करोड़ रुपये सरकारी खजाने में स्वास्थ्य सुविधाओं के पड़े रह गए.


स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी पिछड़ा है यूपी: जेपी नड्डा


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि देश स्वास्थ्य के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि उत्तर प्रदेश में स्थिति विपरीत है. यह प्रदेश अभी भी स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत पीछे है.


नड्डा ने कहा कि मोदी सरकार ने प्रदेश की जनता को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए प्रदेश सरकार को 36000 करोड़ रूपये से अधिक धनराशि दी, लेकिन वे इसको भी पूरा खर्च करने में विफल रहे. जनता इसका जवाब चाहती है तथा अखिलेश यादव को इसका जवाब देना पडेगा. उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी सरकार प्रदेश की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है.


कैंसर केयर सेंटर के लिए भी स्वीकृत की जा चुकी धनराशि


जेपी नड्डा ने बताया कि प्रधानमंत्री ने प्रदेश के लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रदेश के शाहजहांपुर, बहराइच, बस्ती, फैजाबाद तथा फिरोजाबाद के जिला अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए प्रत्येक को 189 करोड़ रुपये स्वीकृत किये हैं. इन कॉलेजों का शिलान्यास भी कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा प्रदेश के अलीगढ़, वाराणसी, झांसी, मुरादाबाद, अमेठी, उन्नाव में कैंसर केयर सेंटर के लिए भी धनराशि स्वीकृत की जा चुकी है.


केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को धरातल पर उतारने तथा बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए प्रदेश में बीजेपी को सत्ता में लाना पड़ेगा.


वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री एवं मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल ने दावा किया कि अखिलेश सरकार ने प्रदेश के सभी थानों पर विशेष जाति के लोगों को ही थानाध्यक्ष बनाया, जिन्होंने खुलेआम जनता का शोषण किया और अब जनता अखिलेश से जवाब मांग रही है.