यूपी चुनाव: अनुप्रिया पटेल ने साधा एसपी-कांग्रेस गठबंधन पर निशाना
इलाहाबाद: केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस-समाजवादी पार्टी के चुनावी गठबंधन पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि यह उन लोगों का गठबंधन है जिन्होंने पूर्व में इस देश को लूटा और जो वर्तमान में इस राज्य को लूट रहे हैं.
बीजेपी-अपना दल गठबंधन की प्रगति से भयभीत
अपना दल के दिवंगत संस्थापक सोने लाल पटेल की पुत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि यह देखकर आश्चर्य होता है कि जिन्होंने पूर्व में इस देश को लूटा और जो वर्तमान में इस राज्य को लूट रहे हैं, उन लोगों ने अब हाथ मिला लिया है. कांग्रेस और एसपी को यह हताशा भरा कदम उठाने पर इसलिए उतारू होना पड़ा क्योंकि वे विधानसभा चुनावों के प्रथम तीन चरणों में बीजेपी-अपना दल गठबंधन की प्रगति से भयभीत हैं.
पटेल ने दावा किया कि बीजेपी ने प्रथम तीन चरण के चुनावों में जबरदस्त बढ़त हासिल की है, जबकि बाकी चार में हमारी स्थिति और मजबूत होगी जहां उनकी पार्टी बीजेपी के साथ बनी समझ के तहत सीटों पर चुनाव लड़ रही है. उन्होंने यह भी दावा किया ‘‘हम यूपी में अगली सरकार बनाएंगे.’’
यूपी में अराजकता भरा रहा SP के पांच साल का शासन
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री पटेल ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सुशासन के दावों को खारिज किया और कहा कि राज्य में एसपी के पांच साल का शासन अराजकता भरा रहा है.
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी को अपने दुष्कर्मो के चलते सत्ता जाने का भय है और यही वजह है कि इसने लोगों का ध्यान भटकाने के लिए परिवार में विवाद दिखाने का प्रयास किया और इसके बाद लखनऊ मेट्रो और आगरा एक्सप्रेसवे जैसी परियोजनाओं का उद्घाटन किया जो अभी तक पूरी नही हुई हैं. जब इसे एहसास हो गया कि इन चालबाजियों का अपेक्षित असर नहीं हो रहा है तो इसने अंतत: कांग्रेस के साथ गठबंधन किया. लेकिन यूपी की जनता इस नाटक को समझने के लिए काफी बुद्धिमान है.
2014 में बीजेपी नीत NDA से मिलाया हाथ
पटेल ने पहली बार साल 2012 में विधानसभा चुनाव लड़ा और वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के अंतर्गत आने वाली रोहनिया विधानसभा सीट से विधायक चुनी गईं. उनकी पार्टी ने साल 2014 के आम चुनावों से पहले बीजेपी नीत एनडीए से हाथ मिला लिया जिसमें उन्होंने मिर्जापुर से चुनाव लड़ा और लोकसभा के लिए चुनी गईं.