इलाहाबाद: यूपी में बीजेपी और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल के बीच हुआ गठबंधन अब खतरे में पड़ता नजर आ रहा है. गठबंधन के खतरे में पड़ने की वजह बनी है यूपी बीजेपी के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के संसदीय क्षेत्र इलाहाबाद के फूलपुर के तहत आने वाली सोरांव विधानसभा सीट. गठबंधन में यह सीट अपना दल के खाते में जाने के बावजूद बीजेपी ने इस सीट अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया है.


गुस्से में हैं अनुप्रिया पटेल की पार्टी के नेता


अपने उम्मीदवार के खिलाफ बीजेपी का प्रत्याशी खड़ा होने से अनुप्रिया पटेल की पार्टी के नेता गुस्से में हैं. अपना दल ने इस सीट पर बीजेपी द्वारा अपना उम्मीदवार वापस नहीं लेने की सूरत में गठबंधन को तोड़ते हुए सारी सीटों पर बीजेपी के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारने की धमकी दी है.


अपना दल उम्मीदवार के खिलाफ बीजेपी के नेता का नामांकन


अपना दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता बृजेन्द्र प्रताप सिंह का कहना है कि बीजेपी गठबंधन धर्म का पालन नही कर रही है. ऐसे में उनके पास नामांकन के लिए बची सारी सीटों पर अपने अलग उम्मीदवार खड़े करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है. उनका आरोप है कि यूपी बीजेपी के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने अपने गृह जनपद की सोरांव सीट को बेवजह प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है और उन्होंने ही अपना दल उम्मीदवार के खिलाफ बीजेपी के नेता का नामांकन कराया है.


यूपी में BJP के साथ हुए गठबंधन में अपना दल को मिली हैं 14 सीटें


बृजेन्द्र प्रताप के मुताबिक़ बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व को उनके इस कदम के बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए और गठबंधन का धर्म निभाते हुए सोरांव सीट से अपने उम्मीदवार का पर्चा वापस कराते हुए वहां अपना दल के उम्मीदवार को समर्थन करना चाहिए. उन्होंने अल्टीमेटम दिया है कि अगर बीजेपी अपने उम्मीदवार का पर्चा वापस नहीं कराएगी तो अपना दल नामांकन के लिए बाकी बची सारी सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी, जिसकी सारी ज़िम्मेदारी बीजेपी की होगी. गौरतलब है कि मोदी सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल के अपना दल को यूपी में बीजेपी के साथ हुए गठबंधन में चौदह सीटें मिली हैं.