इलाहाबाद: यूपी विधानसभा चुनाव में वोटरों को ज़्यादा से ज़्यादा मतदान के लिए जागरूक करने के मकसद से संगम के शहर इलाहाबाद में पतंग महोत्सव आयोजित किया गया. निर्वाचन आयोग और ज़िला प्रशासन द्वारा आयोजित इस पतंग महोत्सव में सैकड़ों की तादात में लोगों ने पतंग उड़ाईं. इनमे महिलाएं भी शामिल थीं. इस मौके पर उड़ने वाली पतंगों में वोटिंग अवेयरनेस को लेकर स्लोगन लिखे हुए थे. इस मौके पर वहां मौजूद लोगों को हर हाल में मतदान करने व दूसरे लोगों को भी जागरूक करने की शपथ भी दिलाई गई.


वोटरों को जागरूक करने के लिए संगम पर पतंग महोत्सव


शनिवार को इलाहाबाद में गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर पतंगों का अनूठा मेला लगा. इस मेले में संगम की रेती पर हजारों की तादात में पतंगे आसमान में उड़ान भरती और लोगों को संदेश देती नजर आईं. वोटरों को जागरूक करने के लिए संगम पर हुए इस पतंग महोत्सव का आयोजन निर्वाचन आयोग और ज़िला प्रशासन द्वारा साझा तौर पर किया गया. इस महोत्सव में रैपिड एक्शन फ़ोर्स और कई सामाजिक संस्थाओं ने भी शिरकत की.


लोकतंत्र में एक-एक वोट की कीमत


इस मौके पर महोत्सव में मौजूद सैकड़ों लोगों ने पतंग उड़ाईं और कुछ देर उड़ाने के बाद उसे हवा में छोड़ दिया. इन पतंगों पर वोटिंग अवेयरनेस से जुड़े हुए स्लोगन लिखे हुए थे. महोत्सव में पतंग उड़ाने से पहले रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किये गए. इस मौके पर वहां मौजूद हजारों लोगों को हर हाल में मतदान करने व दूसरे लोगों को भी जागरूक करने का संकल्प भी दिलाया गया. पतंग उड़ाने में यहाँ पर महिलाएं भी पीछे नहीं रहीं और उन्होंने भी हाथ में लटाई और डोर थामकर हवा में पतंगे लहराईं. पतंग महोत्सव के ज़रिये इलाहाबाद के लोगों को वोट का महत्व बताया गया और उन्हें यह संदेश दिया गया कि लोकतंत्र में एक-एक वोट की कितनी कीमत होती है.


कम वोटिंग के लिए बदनाम इलाहाबाद


इलाहाबाद में यह अभियान इसलिए भी बेहद अहम है क्योंकि पिछले कुछ चुनावों में देश में जिन जगहों पर सबसे कम वोटिंग हुई है, उनमे इलाहाबाद भी शामिल है. उम्मीद की जा सकती है कि पतंग महोत्सव के ज़रिये हुए जागरूकता कार्यक्रम से कम वोटिंग के लिए बदनाम इलाहाबाद में इस बार जबरदस्त वोटिंग कराएगी और संगम नगरी पर अपनी जिम्मेदारी से मुँह मोड़ने के लिए लगे दाग को जरूर धुल देगी.