लखनऊ : उत्तर प्रदेश के बस्ती में सरकारी एंबुलेंस में सवारी बिठाकर पैसे कमाने का चौकाने वाला मामला सामने आया है. यही नहीं, लखीमपुर खीरी में डायल 100 की गाड़ी में भी पैसेंजर बिठाने भाड़ा वसूलने का दावा किया गया है. दोनों ही मामलों में जांच जारी है, लेकिन इस खुलासे के बाद सभी चौंके हुए हैं.


मामला 1. मरीज की जगह सवारी :


सरकारी एम्बुलेंस की सेवा गरीबों की मदद के लिये शुरू की गई थी. मगर इस एम्बुलेंस से मरीज नहीं बल्कि सवारियों को बैठाया जा रहा है. एम्बुलेंस में सवारी बैठाकर उनसे किराया वसूलने वाले कर्मचारियों के खिलाफ डीएम अरविंद सिंह ने सीएमओ को तत्काल जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.


एक सरकारी एम्बुलेंस रोडवेज के पास सड़क पर खड़ी होती है और फिर...


दरअसल, रात करीब साढ़े दस बजे के करीब एक सरकारी एम्बुलेंस रोडवेज के पास सड़क पर खड़ी होती है. यहां पर एम्बुलेंस को देखकर कुछ यात्री पहुंचते हैं और अपना सामान लेकर एम्बुलेंस लेकर चढ़ने लगते हैं. इसके बाद जब किसी ने इस पुरे घटनाक्रम में अपने मोबाईल के कैमरे में कैद किया तो एम्बुलेंस कर्मचारी मौके से सवारियों को उतारकर नौ दो ग्यारह हो गए.


मामला 2. डॉयल 100 वाहन बनी 'टैक्सी' :


लखीमपुर खीरी में चंद पैसों की खातिर यूपी पुलिस के कुछ कर्मियों ने डॉयल 100 वाहन को टैक्सी बना दिया. सवारियों को पुलिस गाड़ी में चढ़ाते हुए फोटो वायरल भी हो गई. पुलिस अधीक्षक ने त्वरित करवाई करते हुए दो सिपाही रामभरोसे व धर्मेंद्र रावत को निलम्बित कर दिया है.


सफाई दी है कि वह सवारी नहीं थी, स्टाफ के ही लोग थे...


सदर कोतवाली इलाके में सिपाहियों ने सरकारी गाड़ी में सवारी बैठा ली. लेकिन, कुछ लोगों ने उनका फोटो ले लिया और फोटो वायरल कर दिया. आरोपियों ने सफाई दी है कि वह सवारी नहीं थी, स्टाफ के ही लोग थे. एक बीमार व्यक्ति था, डॉयल 100 गाड़ी सर्विस के लिए लखनऊ जा रही थी तो उसमें लोग बैठ गए.