नई दिल्ली: हालिया लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा एक बार फिर से राज्य में पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में हैं. नई रणनीतियों के तहत प्रियंका गांधी ने पूर्वी यूपी की सभी जिला कमिटियां भंग कर दी हैं.उपचुनाव के लिए हर विधानसभा में 2 सदस्यीय टीम बनाई गई है,. वहीं पूर्वी यूपी में तीन सदस्यीय अनुशासन समिति गठित की गई है जो लोकसभा चुनाव को लेकर रिपोर्ट देगी.


पूर्वी यूपी में सांगठनिक बदलाव की जिम्मेदारी अजय कुमार लल्लू को दी गई है, 15 अगस्त तक प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं. यही फैसले पश्चिमी यूपी में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी दिए हैं. प्रियंका ने कमिटियों में 50% युवा, 33% महिला, दलित-पिछड़ा को पर्याप्त भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिया है. जिला कमिटियों का गठन जल्द होगा.



इन सबके बीच सूत्रों के हवाले से ये कहा जा रहा है कि प्रियंका पार्टी के संगठन में नयी जान फूंकने और 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार होने के मकसद से अपने तक कार्यकर्ताओं की सीधी पहुंच सुनिश्चित करना चाहती हैं. वह पार्टी कार्यकर्ताओं से हफ्ते में दो दिन मुलाकात करेंगी.

पार्टी के एक नेता ने कहा, 'चुनाव बाद हुई समीक्षा बैठकों में यह बात निकलकर आई कि नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच ज्यादा संपर्क एवं समन्वय की जरूरत है. फिलहाल यह तय हुआ है कि प्रियंका गांधी अब हफ्ते में दो दिन कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगी.'

उन्होंने कहा, 'निकट भविष्य में प्रियंका के उत्तर प्रदेश दौरे का सिलसिला भी तेज होगा. वह एक या दो हफ्ते पर राज्य के दौरे पर होंगी.'

इसी साल 23 जनवरी को पार्टी महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी नियुक्त हुईं प्रियंका ने लोकसभा चुनाव में धुआंधार सभाएं और रोडशो किए, लेकिन पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा. कांग्रेस पूरे उत्तर प्रदेश में सिर्फ रायबरेली सीट ही जीत सकी.

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