लखनऊ: उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल ने 121 मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर फाटक लगा कर उन्हें बंद करने की योजना बनाई है. रेलवे ने यह काम जून 2018 से शुरू कर इसी साल सितंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है. 26 अप्रैल को यूपी के कुशीनगर में मानवरहित क्रासिंग पर ट्रेन से स्कूल वैन की टक्कर होने से 13 बच्चों की जान चली गई थी.
उत्तर रेलवे मंडल के रेल प्रबंधक(डीआरएम) सतीश कुमार ने बताया कि उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में कुल 121 मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग हैं. ये सभी क्रॉसिंग लखनऊ-कानपुर मार्ग, लखनऊ-वाराणसी मार्ग और लखनऊ-प्रयाग रेलवे मार्ग पर हैं, जिन्हें 2020 तक फाटक लगाकर बंद करना था. लेकिन हाल ही में हुई बैठक में फैसला लिया गया कि यह काम इसी साल सितंबर तक पूरा किया जाएगा.
डीआरएम कुमार ने बताया कि उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल को अब 109 मानवरहित क्रॉसिंग पर फाटक लगाने हैं. ऐसे कुल 121 फाटकों में से 12 पर फाटक निर्माण जारी है. बाकी 109 मानवरहित फाटकों के लिए उत्तर रेलवे का लखनऊ मंडल जल्द ही टेंडर जारी करेगा. उन्होंने बताया कि मानव रहित क्रॉसिंग पर फाटक निर्माण का कार्य पूरा नहीं होने तक इन सभी क्रॉसिंग पर 'गेट मित्र' तैनात रहेंगे ताकि इन क्रॉसिंग पर ट्रेन आने के समय वाहनों को गुजरने से रोका जाए.
बता दें कि 26 अप्रैल को कुशीनगर दुर्घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि मानवरहित क्रॉसिंग पर हादसा रोकने के लिए आवश्यकता पड़ी तो रोड ओवरब्रिज बनाया जाएगा.
पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारियों का दावा था कि कुशीनगर में मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर गेट मित्र तैनात था. उसने स्कूल वैन चालक को रोकने की कोशिश की थी लेकिन कान में इयरफोन लगा होने के कारण ड्राइवर गेट मित्र की बात नही सुन पाया और यह हादसा हो गया.
दुर्घटना में बुरी तरह घायल वैन चालक के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. हादसे के बाद मुख्यमंत्री के आदेश पर स्कूल प्रबंधक और प्राचार्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और शिक्षा विभाग और परिवहन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की गयी थी.
बता दें कि साल 2016 में भदोही में भी स्कूली बच्चों को ले जा रही एक मिनी बस ट्रेन से टकरा गई थी, जिससे आठ बच्चों की मौत हो गई थी.