लखनऊ: समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन तेजी से आगे बढ़ रहा है. इसी कड़ी में आज राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की मुलाकात हुई. अखिलेश से मुलाकात के बाद जयंत चौधरी ने कहा कि अच्छे माहौल में बातचीत हुई है. लेकिन सीटों पर कोई फ़ैसला नहीं हुआ है.


सूत्रों के मुताबिक रालोद 4 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है जिनमें से तीन सीटों पर वो अपने उम्मीदवार उतार सकती है जबकि उसका एक उम्मीदवार सपा के चुनाव निशान पर लड़ सकता है.


जयंत ने कहा, '' अखिलेश जी से बहुत अच्छी बात हुयी, बीजेपी के किसान विरोधी नीतियों के ख़िलाफ़ गठबंधन प्रभावी होगा. उन्होंने आगे कहा कि बात सीट की नहीं है बात रिश्तों और विश्वास की है जो काफी अहम है.


राष्ट्रीय लोकदल ने साफ किया कि उनकी पार्टी सपा-बसपा गठबंधन का हिस्सा रहेगी, लेकिन वह कितनी सीटों पर उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव लड़ेगी, इस बाबत अभी फैसला नहीं हुआ है. वैसे पार्टी अपनी छह लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के, पूर्व में दिये गये बयान पर कायम है.


सपा-बसपा गठबंधन में सम्मानजनक स्थान पाने के लिये प्रयासरत राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने बुधवार की दोपहर को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से उनके कार्यालय में मुलाकात की. चौधरी को रालोद कार्यालय आना था लेकिन वह सीधे एयरपोर्ट चले गये.


बाद में रालोद के प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद ने बुधवार की दोपहर संवाददाता सम्मेलन में बताया कि 'पार्टी उपाध्यक्ष आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिले और दोनों नेताओं के बीचे सकारात्मक माहौल में बातचीत हुई है. हमारी पार्टी सपा गठबंधन का हिस्सा रहेगी, यह बात बिल्कुल तय है.'


उनसे पूछा गया कि पूर्व में उन्होंने गठबंधन से यूपी में लोकसभा की छह सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी. इस पर उन्होंने कहा 'हम अपनी मांग पर अभी भी कायम हैं लेकिन गठबंधन कितनी सीटें देता है, इस बात का फैसला पार्टी नेतृत्व और गठबंधन के नेताओं के बीच बातचीत से तय होगा.'


इससे पहले आज सपा कार्यालय में अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने पत्रकारों को बताया ' अखिलेश से अच्छी बातचीत हुई है जल्द ही निर्णय के बारे में बताया जायेगा.'


बता दें कि सपा बसपा गठबंधन में रालोद को दो सीटें देने की बात ही है लेकिन रालोद ज्यादा सीटों मांग कर रही है.


सपा-बसपा गठबंधन के बाद रामगोपाल यादव ने एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने बताया था कि दो सीटें रालोद के लिए छोड़ी गई हैं. इसके तुरंत बाद ही रालोद की नाराजगी की खबरें सामने आई थीं जिनमें बताया गया था कि पार्टी दो सीटों से खुश नहीं है और कुछ अन्य सीटों पर भी दावेदारी जता रही है.