बस्ती: यूपी के बस्ती में एपीएन कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष आदित्य नारायण तिवारी कबीर की हत्या के बाद हंगामा मच गया. बीजेपी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए और जमकर बवाल किया जिसके बाद पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. हालात काबू करने में नाकाम रहने वाले दो पुलिस अधिकारियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है. फिलहाल शहर में हालात काबू में है और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.


छात्र नेता की हत्या का एक आरोपी मौके से ही पकड़ा गया और दूसरा भागने की कोशिश कर रहा था तभी लोगों ने धर दबोचा. आरोपी पकड़े गए लेकिन जिस तरह शहर में दिनभर हंगामा होता रहा उसको लेकर पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं. कई जगहों पर पुलिस से भी प्रदर्शनकारियों की झड़प भी हो गई.


जिला अस्पताल के डॉ डीके गुप्ता ने बताया कि कबीर तिवारी को पेट और सीने पर दो गोलियां लगी थीं. गंभीर हालत देखते हुए उन्हें लखनऊ मेडिकल कालेज रेफर किया गया. लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया.


गोली मारने वालों में से एक गिरफ्तार


पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 26 साल के कबीर तिवारी की हत्या की वजह छात्रों के बीच वर्चस्व की लड़ाई बताई जाती है. कोतवाली थाना क्षेत्र के मालवीय रोड पर रंजीत चौराहे के पास छात्र नेता को बुधवार की सुबह लगभग 10 बजे गोली मारी गई.


प्रभारी निरीक्षक शमशेर बहादुर सिंह ने बताया कि कोतवाली पुलिस ने गोली मारने वालों में से एक युवक को असलहे के साथ पकड़ा है. उससे पूछताछ की जा रही है. कबीर तिवारी मूल रूप से बस्ती जिले के कप्तानगंज थानान्तर्गत ऐठी गांव के मूल निवासी थे.


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