लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बिना नाम लिए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 'प्रधान जी सवा सौ करोड़ देशवासियों का भरोसा खोकर बंगाल के 40 विधायकों के तथाकथित दल-बदल के अनैतिक भरोसे तक सिमट गए हैं.'
अखिलेश ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा, 'विकास' पूछ रहा है. प्रधान जी का शर्मनाक भाषण सुना क्या? 'सवा सौ करोड़' देशवासियों का भरोसा खोकर अब वो बंगाल के 40 विधायकों के तथाकथित दल-बदल के अनैतिक भरोसे तक सिमट गये हैं. ये वो नहीं काले धन की मानसिकता बोल रही है. इसके लिए उन पर 72 घंटे नहीं बल्कि 72 साल का बैन लगना चाहिए."
बता दें कि बंगाल में एक रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया था कि कांग्रेस के 40 विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं और लोकसभा चुनाव के बाद ये लोग तृणमूल से नाता तोड़ लेंगे.
अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए आजमगढ़ को चुना. इस सीट पर अखिलेश यादव का मुकाबला बीजेपी के उम्मीदवार और भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' से है. आजमगढ़ से पिछली बार अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव जीते थे, मुलायम सिंह यादव इस बार फिर मैनपुरी लौट गए हैं. यादव बनाम यादव की लड़ाई होने से इस सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है.
दरअसल आजमगढ़ सीट का इतिहास का इतिहास यादवों के पक्ष में रहा है, 1989 से हुए लोकसभा चुनाव में सिर्फ एक बार 1998 में मुस्लिम उम्मीदवार की जीत को छोड़ दें तो लगातार यादव उम्मीदवार ही यहां से जीत का परचम फहराता रहा है. आजमगढ़ लोकसभा में कुल 23 लाख वोटर हैं जिनमें चार लाख यादव और तीन लाख मुस्लिम वोटर और करीब 2.75 लाख दलित वोटर हैं.
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