लखनऊ : उत्तर प्रदेश चुनाव संपन्न होने के बाद भी राज्य का सियासी पारा चढ़ा हुआ है. करारी हार के बाद कभी सपा के अंदर खलबली दिखती है तो कभी बसपा में. इस बार मायावती की पार्टी बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) से बड़ी खबर आ रही है. पार्टी ने अपने कद्दावर नेता नसीमुद्दीन सिद्दिकी को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. उनके बेटे अफजल को भी बाहर कर दिया गया है. सिद्दीकी पार्टी में महासचिव के पद पर थे औऱ उन्हें मध्य प्रदेश का प्रभार भी दिया गया था.


नसीमुद्दीन का कद विधानसभा चुनावों के बाद ही छोटा कर दिया गया था


बसपा में दूसरे स्थान पर माने जाने वाले सतीश चंद मिश्रा ने इसकी जानकारी दी. प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने बताया कि पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से सिद्दीकी को निकाला गया है. गौरतलब है कि नसीमुद्दीन का कद विधानसभा चुनावों के बाद ही छोटा कर दिया गया था. जबकि, इससे पहले पार्टी के अंदर उनकी हनक काफी थी.


नसीमुद्दीन अब किस नाव पर सवार होंगे, यह देखना होगा


बसपा में उन्हें काफी महत्वपूर्ण पद हासिल थे. लेकिन, अब वे यहीं से बाहर हो गए हैं. खास बात यह भी मानी जा रही है कि सतीश चंद मिश्रा ने इसका एलान किया जिससे साफ है कि पार्टी में उनकी साख पहले से भी ज्यादा बढ़ गई है. 1988 से यूपी की राजनीति में सक्रिय नसीमुद्दीन अब किस नाव पर सवार होंगे, यह देखना होगा.